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Retail Inflation: सामने आए खुदरा महंगाई दर के आंकड़े, अगस्त में घटकर 5.30 फीसद पर आई

सोमवार को सरकारी आंकड़ों के जरिये ये जानकारी सामने आई है। सोमवार को सरकारी आंकड़ों के जरिये ये जानकारी सामने आई है। आरबीआई को सरकार की ओर से खुदरा महंगाई को 4% पर 2% के मार्जिन के साथ रखने के लिए अनिवार्य किया गया है।

By NiteshEdited By: Published: Mon, 13 Sep 2021 05:57 PM (IST)Updated: Mon, 13 Sep 2021 05:57 PM (IST)
Retail Inflation: सामने आए खुदरा महंगाई दर के आंकड़े, अगस्त में घटकर 5.30 फीसद पर आई
Retail inflation in August eases further to 5 30 percent

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। अगस्त के महीने में भारत की खुदरा महंगाई मामूली रूप से कम होकर 5.30% हो गई। यह लगातार दूसरा महीना है जब महंगाई भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की लक्ष्य सीमा के भीतर रही है। जुलाई में यह 5.59% थी और अगस्त 2020 में बढ़कर 6.69% थी। सोमवार को सरकारी आंकड़ों के जरिये ये जानकारी सामने आई है। आरबीआई को सरकार की ओर से खुदरा महंगाई को 4% पर 2% के मार्जिन के साथ रखने के लिए अनिवार्य किया गया है।

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राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, अगस्त में खाद्य महंगाई जुलाई में 4% से घटकर 3.11% हो गई, क्योंकि महीने के दौरान सब्जियों की कीमतों में 11.7 फीसद की गिरावट आई थी। जबकि, सेवा महंगाई अगस्त में 6.4% पर उच्च स्तर पर रही। 

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RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने पहले कहा था कि खुदरा महंगाई धीरे-धीरे मौजूदा स्तरों से कम होना शुरू हो जाएगी और एक स्थायी अवधि के लिए 6% से ऊपर रहने की "अत्यधिक संभावना" है।

6 से 8 सितंबर के बीच न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सर्वे के मुताबिक, अगस्त में महंगाई 5.60% रह सकती है। उसने यह आंकड़ा सर्वे में शामिल 41 अर्थशास्त्रियों के अनुमान के औसत के आधार पर दिया है।

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कोरोना वायरस की दूसरी लहर की तबाही के बावजूद, भारत की अर्थव्यवस्था जून तिमाही में अपनी सबसे तेज दर से बढ़ी। आरबीआई ने भी चालू वित्त वर्ष के लिए विकास दर का अनुमान 9.5 फीसद पर रखा है।

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विनिर्माण, खनन और बिजली क्षेत्रों के अच्छे प्रदर्शन के कारण जुलाई में औद्योगिक उत्पादन में 11.5% की वृद्धि हुई, लेकिन उत्पादन पूर्व-महामारी स्तर से थोड़ा नीचे रहा।


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