Move to Jagran APP

निवेशकों के लिए अच्छी खबर; Jio, रिटेल कारोबार के लिए IPOs ला सकती है Reliance

Reliance 75 अरब डॉलर में अपने तेल और पेट्रोकेमिकल कारोबार की 20 फीसद हिस्सेदारी बेचने के लिए सऊदी अरामको के साथ बातचीत कर रही है।

By Ankit KumarEdited By: Published: Wed, 24 Jun 2020 07:34 PM (IST)Updated: Thu, 25 Jun 2020 07:52 AM (IST)
निवेशकों के लिए अच्छी खबर; Jio, रिटेल कारोबार के लिए IPOs ला सकती है Reliance
निवेशकों के लिए अच्छी खबर; Jio, रिटेल कारोबार के लिए IPOs ला सकती है Reliance

नई दिल्ली, पीटीआइ। पूरी तरह से कर्जमुक्त होने के एलान के बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) अपने तेजी से बढ़ते डिजिटल प्लेटफॉर्म Jio और रिटेल कारोबार के लिए इनिशियल पब्लिक ऑफर (IPO) ला सकता है। Bernstein Research ने बुधवार को अपनी एक रिपोर्ट में यह कहा है। आरआईएल ने हाल में Jio Platforms में 24.7 फीसद हिस्सेदारी की बिक्री के जरिए 22.3 अरब डॉलर और इक्विटी के जरिए सात अरब डॉलर जुटाए हैं। विश्लेषकों का कहना है कि राइट्स इश्यू और जियो में 24.7 फीसद हिस्सेदारी के बिक्री के बाद RIL कर्जमुक्त हो गई है।

loksabha election banner

(यह भी पढ़ेंः 30 जून से पहले निपटा लें ये 6 जरूरी काम, वरना झेलना पड़ेगा बड़ा आर्थिक नुकसान)

अब उसे उम्मीद है कि तीन-चार साल में कंपनी Jio और रिटेल बिजनेस के लिए IPO लाकर उन्हें अलग से स्थापित करेगी। इससे कंपनी के शेयरहोल्डर्स को अपनी सम्पत्ति को बाजार में भुनाने का नया मौका मिलेगा।

इस रपट में कहा गया है कि हाल में हुई लेनदेन के बाद रिलायंस ने अपनी बैलेंस शीट को उल्लेखनीय रूप से बेहतर किया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अरामको के साथ 15 अरब डालर के करार और अगले कुछ वर्षों में नकदी प्रवाह से जुड़े आउटलुक को देखकर लगता है कि शुद्ध कर्ज में कमी का सिलसिला चालू वित्त वर्ष के बाद भी जारी रहेगा।

कंपनी 75 अरब डॉलर में अपने तेल और पेट्रोकेमिकल कारोबार की 20 फीसद हिस्सेदारी बेचने के लिए अरामको के साथ बातचीत कर रही है। 

(यह भी पढ़ेंः इस कंपनी के शेयरों ने 6 महीने में दिया 39120 फीसद का रिटर्न, Patanjali ने पिछले साल किया था अधिग्रहण)  

इस रिपोर्ट में कहा गया है, '' अब बड़ा सवाल यह है कि रिलायंस इतना अधिक नकदी का करेगी क्या?''

रिपोर्ट में इस बारे में कहा गया है कंपनी इस राशि का इस्तेमाल बैलेंस शीट की अन्य जवाबदेहियों को पूरा करने के लिए कर सकती है। इसमें देरी से भुगतान और प्रावधान के मद में रखी गई राशि जैसी चीजें शामिल हो सकती है। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.