RIL तीन दशक में पहली बार Rights Issue पर कर रही है विचार, बोर्ड बैठक में होगा फैसला
RIL का राइट्स इश्यू की दिशा में सोचना एक सकारात्मक डेवलपमेंट है और मार्च 2021 तक कंपनी के शुद्ध कर्ज को शून्य करने के वादे की दिशा में मैनेजमेंट का आत्मविश्वास दर्शाता है।
नई दिल्ली, रॉयटर्स/बिजनेस डेस्क। मुकेश अंबानी की अगुआई वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड राइट्स इश्यू करने पर विचार कर रही है। कंपनी 30 अप्रैल को होने वाली अपनी बोर्ड मीटिंग में इस संबंध में विचार करेगी। यह करीब तीन दशकों में पहली बार होगा, जब आरआईएल राइट्स इश्यू के बारे में सोच रही है। ऑयल मार्केट से लेकर रिटेल तक के कारोबार में शामिल रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने सोमवार को एक एक्सचेंज फाइलिंग के दौरान यह बात कही है। हालांकि, रिलायंस ने विचारणीय राइट्स इश्यू के बारे में अधिक जानकारी नहीं दी है।
विशेषज्ञों का कहना है कि राइट इश्यू की दिशा में सोचना एक सकारात्मक डेवलपमेंट है और मार्च 2021 तक कंपनी के शुद्ध कर्ज को शून्य करने के वादे की दिशा में मैनेजमेंट का आत्मविश्वास दर्शाता है। गौरतलब है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड पर इस समय 3.5 लाख करोड़ का कर्ज है। आरआईएल के अध्यक्ष मुकेश अंबानी कंपनी को कर्ज मुक्त करने के लिए निरंतर प्रयास कर रहे हैं। कंपनी ने हाल ही में एनसीडी के माध्यम से 25 हजार करोड़ रुपये जुटाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी।
आरआईएल राइट इश्यू के माध्यम से भी धन जुटाना चाहती है, जिसके बारे में फैसला कंपनी की बोर्ड मीटिंग में होगा। गौरतलब है कि शेयर बाजारों में लिस्टेड कंपनियां धन जुटाने के लिए राइट्स इश्यू लाती है। राइट्स इश्यू लाकर कंपनियां अपने शेयरधारकों को अतिरिक्त शेयर खरीदने की मंजूरी देती है, लेकिन इससे कंपनी के मालिकाना हक पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।
इससे पहले पिछले सप्ताह बुधवार को रिलांयस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के जियो प्लेटफॉर्म और फेसबुक के बीच एक समझौता हुआ था। इस समझौते के तहत फेसबुक जियो प्लैटफॉर्म्स में 9.9 फीसद हिस्सेदारी खरीद रही है। अर्थात वह जियो प्लैटफॉर्म्स में 43,574 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इसके साथ ही रिलांयस इंडस्ट्रीज लिमिटेड का मार्केट वैल्यूएशन 45,527.62 करोड़ रुपये के उछाल के साथ 8,29,084.62 करोड़ रुपये पर आ गया था। वहीं, जियो के नए डिजिटल प्लेटफॉर्म है जियोमार्ट और फेसबुक के व्हाट्सएप की तीन करोड़ छोटी भारतीय किराना दुकानों को ऑनलाइन लाने की योजना है।