गिरे शेयरों से तिलमिलाया रिलायंस ग्रुप सहयोगी कंपनियां उठाएंगी कानूनी कदम
चार फरवरी को रिलायंस एडीएजी ग्रुप कंपनियों के शेयरों में जबर्दस्त गिरावट आई थी। उसके बाद कंपनी की सहायक इकाइयों के शेयर लगातार टूटते चले गए
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। अनिल अंबानी नियंत्रित रिलायंस ग्रुप ने शनिवार को कहा है कि वह शेयरधारकों के हितों की रक्षा के लिए सभी उचित कानूनी कदम उठाने जा रहा है। ग्रुप ने कहा कि शनिवार को उसकी तीन सहायक इकाइयों के बोर्ड की बैठक हुई, जिसमें एलएंडटी फाइनेंस और एडलवाइज ग्रुप के खिलाफ कानूनी कदम उठाने का फैसला लिया गया।
रिलायंस कैपिटल, रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर और रिलायंस पावर ने शेयर बाजारों को दी अलग-अलग जानकारी में बताया कि शनिवार को उनके निदेशक बोर्ड की बैठक हुई, जिसमें पिछले सप्ताह के घटनाक्रमों पर विचार किया गया। रिलायंस कैपिटल ने कहा कि पिछले सप्ताह के घटनाक्रम से कंपनी के सात लाख शेयरधारकों को नुकसान पहुंचा है।
क्या हुआ था पिछले सप्ताह: चार फरवरी को रिलायंस एडीएजी ग्रुप कंपनियों के शेयरों में जबर्दस्त गिरावट आई थी। उसके बाद कंपनी की सहायक इकाइयों के शेयर लगातार टूटते चले गए। शनिवार के बयान के मुताबिक रिलायंस कैपिटल के सात लाख, रिलायंस पावर के 31.75 लाख तथा रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर के आठ लाख खुदरा शेयरधारकों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है। रिलायंस ग्रुप का कहना है कि ग्रुप के 72 लाख संस्थागत और खुदरा निवेशक प्रभावित हुए हैं।
क्यों गिरे थे शेयर: गैर बैंकिंग फाइनेंस कंपनियों (एनबीएफसी) एलएंडटी फाइनेंस और एडलवाइज ग्रुप ने रिलायंस एडीएजी ग्रुप के गिरवी रखे शेयर बेच लिए। शुक्रवार को रिलायंस ग्रुप ने आरोप लगाया कि एलएंडटी फाइनेंस समेत एडलवाइज ग्रुप की कुछ इकाइयों ने चार से सात फरवरी के बीच खुले बाजार में उसकी इकाइयों के करीब 400 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेच लिए। रिलायंस ग्रुप ने कहा कि इन दोनों कंपनियों के इस गैरकानूनी, भड़काऊ समझ से परे कदम से उसके बाजार पूंजीकरण में सिर्फ चार दिनों में 13,000 करोड़ रुपये की गिरावट आई है।
हालांकि एलएंडटी फाइनेंस और एडलवाइज ग्रुप ने कहा है कि परिपक्वता अवधि पूरी होने के बावजूद रिलायंस ग्रुप कंपनियां अपने गिरवी रखे शेयर भुनाने की हालत में नहीं थीं। इसलिए उन्हें ये शेयर बेचने पड़े। एडलवाइज ग्रुप का कहना था कि वह गिरवी रखे शेयरों के मामले में बातचीत के लिए रिलायंस एडीएजी ग्रुप के पास कई बार गया था, लेकिन उसे कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिला।