शेयर समीक्षा: आरबीआई की MPC बैठक और आर्थिक आंकड़े तय करेंगे बाजार की दिशा
इस सप्ताह मैन्यूफैक्चरिंग और सेवा क्षेत्र के लिए पर्चेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआइ) के आंकड़े जारी होने वाले हैं
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआइ) की मौद्रिक नीति समीक्षा, प्रमुख आर्थिक आंकड़े, विदेशी बाजारों के सकारात्मक रुझानों और रुपये की चाल से इस सप्ताह शेयर बाजार की दिशा तय होगी। शुक्रवार को बाजार बंद होने के बाद जारी हुए सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़े पर भी बाजार में प्रतिक्रिया दिख सकती है। खपत मांग घटने और कृषि क्षेत्र में कमजोरी के कारण दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में देश की आर्थिक विकास दर घटकर 7.1 फीसद पर आ गई, जो चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में दो साल से अधिक के ऊपरी स्तर पर पहुंच गई थी।
वैश्विक बाजार का हाल: सोमवार के कारोबारी सत्र में एशियाई शेयर बाजार ने अच्छी शुरुआत की है। सुबह के 9 बजे जापान का निक्केई 1.41 फीसद की तेजी के साथ 22665 पर, चीन का शांघाई 2.67 फीसद की तेजी के साथ 2657 पर, हैंगसेंग 2.73 फीसद की तेजी के साथ 27231 पर और ताइवान का कॉस्पी 1.83 फीसद की तेजी के साथ 2135 पर कारोबार कर रहा है। वहीं अगर अमेरिका के बाजार की बात करें तो बीते दिन डाओ जोंस 0.79 फीसद की तेजी के साथ 25538 पर, स्टैंडर्ड एंडपुअर्स 0.82 फीसद की तेजी के साथ 2760 और नैस्डैक 0.79 फीसद की तेजी के साथ 7330 पर कारोबार कर बंद हुए।
विशेषज्ञों का नजरिया: विशेषज्ञों ने कहा कि इस सप्ताह मैन्यूफैक्चरिंग और सेवा क्षेत्र के लिए पर्चेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआइ) के आंकड़े जारी होने वाले हैं, जिसका असर कारोबारी माहौल पर पड़ेगा। आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) 3-5 दिसंबर को 2018-19 की पांचवीं द्वैमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक करेगी। विशेषज्ञों का कहना है कि विकास दर और महंगाई दर में गिरावट के बावजूद आरबीआई की नीतिगत ब्याज दर को पहले के स्तर पर ही छोड़ा जा सकता है।
वाहन कंपनियों द्वारा नवंबर की बिक्री के जारी किए गए आंकड़े को देखते हुए अलग-अलग कंपनियों के शेयरों पर अलग-अलग प्रभाव देखा जा सकता है। जी-20 सम्मेलन में चीन के राष्ट्रपति और अमेरिका के राष्ट्रपति के बीच हुई बैठक में लिए गए फैसले का भी बाजार पर प्रभाव दिख सकता है।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के रिसर्च प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि तेल उत्पादक देशों के संगठन (ओपेक) की आगामी बैठक से कच्चे तेल के उत्पादन में कटौती पर महत्वपूर्ण संकेत मिलेगा, जो निवेश के फैसले लेने में निवेशकों को मदद करेगा। एक अन्य विश्लेषक ने कहा कि राज्यों का चुनाव भी इस सप्ताह कारोबारी माहौल को प्रभावित करेगा। प्रमुख कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड में होने वाले कारोबार से भी शेयर बाजार के लिए महत्वपूर्ण संकेत मिलेंगे। पिछले सप्ताह बीएसई के सेंसेक्स में 1,213.28 अंकों की तेजी दर्ज की गई और यह शुक्रवार को 36,194.30 पर बंद हुआ था।