RBI की मौद्रिक समीक्षा और कंपनियों के तिमाही नतीजे तय करेंगे बाजार की दिशा
इस हफ्ते बाजार की दिशा कंपनियों के तिमाही नतीजे, मैन्यूफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर के पीएमआइ आंकड़े तय कर सकते हैं
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। प्रमुख एशियाई बाजारों ने आज कमजोर शुरुआत की है। इस हफ्ते रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा और कंपनियों के तिमाही नतीजों पर निवेशकों की निगाह रहेगी। इसके अलावा मैन्यूफैक्चरिंग व सर्विस सेक्टर के पीएमआइ डाटा और इन्फ्रास्ट्रक्चर आउटपुट डाटा से भी बाजार की चाल पर असर पड़ेगा। अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक से भी निवेशकों की धारणा पर असर पड़ सकता है। बीते हफ्ते बीएसई का सेंसेक्स 840.48 अंक की जबर्दस्त बढ़त लेकर 37336.85 के सर्वोच्च स्तर पर बंद हुआ।
किन नतीजों पर रहेगी नजर: इस हफ्ते की अगर बात करें तो 30 जुलाई से 1 अगस्त तक आरबीआई की मौद्रिक समीक्षा चलनी है, वहीं 1 अगस्त को मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई तो 3 अगस्त को सर्विस पीएमआई के नंबर आने हैं। ये बाजार की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभा सकते हैं।
एशियाई बाजारों का हाल: एशियाई बाजारों की बात करें तो चीन के शांघाई को छोड़कर सभी लाल निशान पर कारोबार कर रहे हैं। दिन के 8:30 बजे जापान का निक्केई 0.55 फीसद की गिरावट के साथ 22587 पर, चीन का हेंगसेंग 0.51 फीसद की गिरावट के साथ 28647 और ताईवान का कोस्पी 0.06 फीसद की गिरावट के साथ 2293 पर कारोबार करता देखा गया। वहीं इस दौरान चीन का शांघाई स्टॉक एक्सचेंज 0.11 फीसद की तेजी के साथ 2876 पर कारोबार करता देखा गया।
वहीं अगर अमेरिकी बाजारों की बात करें तो बीते दिन सभी लाल निशान पर कारोबार कर बंद हुए हैं। डाओ जोंस 0.30 फीसद की गिरावट के साथ 25451, स्टैंडर्ड एंड पुअर्स 0.66 फीसद की गिरावट के साथ 2818 पर और नैस्डेक 1.46 फीसद की गिरावट के साथ 7737 पर कारोबार कर बंद हुआ है।
एक्सपर्ट का नजरिया:
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के रिसर्च हेड विनोद नायर ने कहा कि बाजार का हाल काफी हद तक पहली अगस्त को होने जा रही रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति की बैठक के नतीजों पर निर्भर करेगा। इसके अलावा अमेरिका में फेडरल रिजर्व के फैसले भी चाल को प्रभावित कर सकते हैं।
हेम सिक्योरिटीज के डायरेक्टर गौरव जैन ने कहा कि इस हफ्ते बाजार में एचडीएफसी, एक्सिस बैंक, टेक महिंद्रा जैसी बड़ी कंपनियों के तिमाही नतीजे आने हैं। ऐसे में बाजार में स्टॉक आधारित उतार-चढ़ाव दिख सकता है। आइडिया सेल्युलर, टाटा मोटर्स और वेदांता के तिमाही नतीजे भी इसी हफ्ते आएंगे। इन नतीजों से बाजार पर असर देखने को मिलेगा। ऑटो सेक्टर की मासिक बिक्री के आंकड़े भी कुछ स्टॉक पर असर डालेंगे। अच्छे तिमाही नतीजों के समर्थन से बाजार में तेजी का दौर आगे कुछ दिनों तक जारी रहने की उम्मीद है।
शीर्ष 10 में से सात कंपनियों का एम-कैप बढ़ा: शीर्ष 10 कंपनियों में से सात के बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) में बीते हफ्ते 79,929 करोड़ रुपये का इजाफा हुआ। सबसे ज्यादा फायदा आइटीसी को हुआ। आइटीसी का मार्केट कैप 35,129.72 करोड़ रुपये बढ़कर 3,69,259.15 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआइ) का एम-कैप 22,891.57 करोड़ रुपये बढ़कर 2,55,778.68 करोड़ रुपये रहा। एचडीएफसी, इन्फोसिस, एचडीएफसी बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज और हिंदुस्तान यूनीलिवर के बाजार मूल्यांकन में भी इजाफा हुआ। समीक्षाधीन सप्ताह में टीसीएस, कोटक महिंद्रा और मारुति के बाजार पूंजीकरण में गिरावट आई।
विदेशी निवेशकों ने डाले 1,848 करोड़ रुपये: विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआइ) ने जुलाई में अब तक (दो से 27 जुलाई) भारतीय इक्विटी बाजार में 1,848 करोड़ रुपये का निवेश किया है। इसी अवधि में डेट मार्केट से विदेशी निवेशकों ने 482 करोड़ रुपये निकाले। इससे पहले अप्रैल से जून के दौरान विदेशी निवेशकों ने इक्विटी बाजार से 20,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की निकासी की थी।