RBI Monetary Policy : रेपो रेट में नहीं हुआ कोई बदलाव, जानिए बैठक की 8 खास बातें
इस साल केन्द्रीय बैंक अब तक पांच बार रेपो रेट में बदलाव कर चुका है। कुल मिलाकर इस साल अब तक रेपो रेट में 1.35 फीसद तक की कटौती की जा चुकी है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। गुरुवार को भारतीय रिजर्व बैंक के चालू वित्त वर्ष की पांचवीं द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा का फैसला आया। इसमें रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है। बैठक के बाद की गई घोषणा में रेपो रेट को 5.15 फीसद पर बरकरार रखा गया है। आरबीआई ने दो महीने पहले चार अक्टूबर को इस साल की अपनी पांचवीं द्विमासिक समीक्षा में प्रमुख नीतिगत दर यानी रेपो रेट में 0.25 फीसद की कटौती की घोषणा की थी। इस साल केन्द्रीय बैंक अब तक पांच बार रेपो रेट में बदलाव कर चुका है। कुल मिलाकर इस साल अब तक रेपो रेट में 1.35 फीसद तक की कटौती की जा चुकी है।
जानिए आज हुए आरबीआई की मौद्रिक नीति बैठक की मुख्य बातें
- रेपो रेट बिना किसी बदलाव के 5.15 परसेंट पर बरकरार।
- जीडीपी की वृद्धि का अनुमान चालू वित्त वर्ष के लिए 6.1 फीसद से 5 फीसद पर आया।
- विभिन्न हाई फ्रीक्वेंसी इंडीकेटर्स का सुझाव है कि मांग की स्थिति कमजोर बनी हुई है।
- मौद्रिक नीति आगे भी कोई फैसला ले सकता है।
- खुदरा महंगाई दर को दूसरी छमाही के लिए 4.7 - 5.1 फीसद पर रखा गया है।
- विदेशी मुद्रा भंडार 3 दिसंबर को 451.7 अरब डॉलर रहा, मार्च 2019 के अंत की तुलना में 38.8 अरब डॉलर का हुआ इजाफा।
- दर-निर्धारण मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) के सभी सदस्यों ने दर के ठहराव के लिए मतदान किया।
- अगली मौद्रिक नीति समीक्षा 4-6 फरवरी, 2019 के दौरान होगी।
RBI ने वित्त वर्ष 2019-20 के लिए जीडीपी ग्रोथ रेट के अनुमान को घटा दिया हैं। बैंक ने चालू वित्त वर्ष के लिए जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 5 फीसद बताया है। पिछले महीने जारी जीडीपी डेटा बताते हैं कि सरकार कमजोर मांग की समस्या में सुधार लाने की कोशिश कर रही है, लेकिन प्राइवेट इन्वेस्टमेंट ग्रोथ बहुत ज्यादा गिर गई है।