विलय हुए सरकारी बैंकों के ग्राहकों के बीच सर्वे कराएगा RBI, बैंकिंग सेवाओं के बारे में जानेगा उनकी राय
सर्वे के 22 सवालों में से चार सवालों का एक सेट अलग से ड्रॉफ्ट किया गया है। इसमें साल 2019 और 2020 में दूसरे बैंकों के साथ विलय हुए बैंकों की शाखाओं के ग्राहकों की ग्राहक सेवा और शिकायत निवारण जैसे मुद्दों पर राय ली जाएगी।
नई दिल्ली, पीटीआइ। भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने हाल ही विभिन्न सरकारी बैंकों के विलय के प्रभाव को जानने के लिए एक ग्राहक संतुष्टि सर्वेक्षण कराने का फैसला लिया है। यह सर्वे ग्राहकों को मिल रही बैंकिंग सेवाओं पर आधारित होगा। कई अन्य सवालों के साथ ही उत्तरदाताओं से यह भी पूछा जाएगा कि ग्राहक सेवाओं के नजरिए से विलय सकारात्मक रहा है या नहीं। उत्तरदाताओं के सामने कुछ विकल्प होंगे, जिनमें से एक पर उन्हें टिक करना होगा। ये विकल्प हैं- पूर्ण रूप सहमत, सहमत, तटस्थ, असहमत और पूर्ण रूप से असहमत।
इस प्रस्तावित सर्वे में 21 राज्यों के 20,000 उत्तरदाताओं की राय ली जाएगी। इन राज्यों में उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, बिहार, कर्नाटक, मध्यप्रदेश और गुजरात भी शामिल हैं। इस सर्वे में कुल 22 सवाल होंगे।
इन 22 सवालों में से चार सवालों का एक सेट अलग से ड्रॉफ्ट किया गया है। इसमें साल 2019 और 2020 में दूसरे बैंकों के साथ विलय हुए बैंकों की शाखाओं के ग्राहकों की ग्राहक सेवा और शिकायत निवारण जैसे मुद्दों पर राय ली जाएगी।
गौरतलब है कि देना बैंक (Dena Bank) और विजया बैंक (Vijaya Bank) का विलय बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank of Baroda) में हुआ था। ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (Oriental Bank of Commerce) और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया (United Bank of India) का विलय पंजाब नेशनल बैंक (Punjab National Bank) के साथ हुआ था।
सिंडिकेट बैंक (Syndicate Bank) का विलय केनरा बैंक (Canara Bank) के साथ हुआ था। इलाहाबाद बैंक (Allahabad Bank) का विलय इंडियन बैंक (Indian Bank) के साथ हुआ था। आंध्रा बैंक (Andhra Bank) और कॉरपोरेशन बैंक (Corporation Bank) का विलय यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (Union Bank of India) के साथ हुआ था। वहीं, लक्ष्मी विलास बैंक (Lakshmi Vilas Bank) का विलय डीबीएस बैंक (DBS Bank) के साथ हुआ था।