फिनो पेमेंट्स बैंक को आरबीआई से मिली अंतरराष्ट्रीय रेमटेंस कारोबार शुरू करने की अनुमति
फिनो पेमेंट्स बैंक के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर मेजर आशीष अहूजा ने कहा प्रोडक्ट्स में लगातार नवाचार हमारे मॉडल के बुनियादी स्तंभों में से एक है। अंतरराष्ट्रीय रेमटेंस से ट्रांजैक्शन आधारित हमारी सेवाओं का और अधिक विस्तार हो जाता है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। फिनो पेमेंट्स बैंक को आरबीआई से मनी ट्रांसफर सर्विस स्कीम (एमटीएसएस) के तहत अंतरराष्ट्रीय रेमटेंस कारोबार शुरू करने की अनुमति मिल गई है। बैंक ओवरसीज प्रिंसिपल के साथ मिलकर दूसरे देशों से पैसे भारत भेजने की गतिविधि शुरू करेगा। इसके विवरण पर अभी काम चल रहा है। वर्ल्ड बैंक के नवंबर 2021 की विज्ञप्ति के मुताबिक भारत अनुमानित तौर पर 87 अरब डॉलर का रेमटेंस रिसीव करने के साथ 2021 में वैश्विक स्तर पर रेमटेंस के जरिए सबसे अधिक पैसे रिसीव करने वाला देश बन जाएगा। इसके 2022 तक 89.6 अरब डॉलर तक पहुंच जाने की संभावना जताई गई है क्योंकि बड़ी संख्या में श्रमिकों के वापस खाड़ी देश जाने की संभावना है।
फिनो बैंक के ऐसे मध्यमवर्गीय ग्राहकों को फायदा होगा, जिनके परिवार के लोग दूसरे देशों में रहते हैं। परिवार के सदस्य द्वारा दूसरे देशों से भेजे गए पैसे को अब किसी भी माइक्रो-एटीएम या आधार-आधारित पेमेंट सर्विसेज (एईपीएस) पर काम करने वाले फिनो बैंक के पड़ोसी मर्चेंट प्वाइंट से विड्रॉ किया जा सकता है।
फिनो पेमेंट्स बैंक के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर मेजर आशीष अहूजा ने कहा, "प्रोडक्ट्स में लगातार नवाचार हमारे मॉडल के बुनियादी स्तंभों में से एक है। अंतरराष्ट्रीय रेमटेंस से ट्रांजैक्शन आधारित हमारी सेवाओं का और अधिक विस्तार हो जाता है। हम वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही से अपने ग्राहकों को रेमटेंस सर्विस (दूसरे देशों से भारत में पैसे भेजने की सुविधा) शुरू करने के लिए बिल्कुल तैयार होंगे। ग्राहकों के लेनदेन के अनुभव को और बेहतर बनाने की अपनी डिजिटल रणनीति के अनुरूप हम इस प्रोडक्ट को अपने मोबाइल ऐप पर भी उपलब्ध कराएंगे।" फिनो मर्चेंट्स नया अकाउंट खोलने, पैसे की निकासी, माइक्रो-एटीएम या एईपीएस तंत्र के जरिए रुपयों के हस्तांतरण, विभिन्न संस्थागत ग्राहकों की ओर से नकदी इकट्ठा करने जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराता है। अंतरराष्ट्रीय रेमटेंस की नई सुविधा की शुरुआत से मर्चेंट्स एवं बैंक की आय को बढ़ाने में मदद मिलेगी और इससे फिनो वितरण नेटवर्क को और मजबूती मिलेगी।
मेजर आशीष अहूजा ने कहा, "गुजरात, पंजाब, केरल, उत्तर प्रदेश और बिहार में प्रमुख इनवार्ड रेमटेंस कॉरिडोर है। हम पहले ही इन भौगोलिक क्षेत्रों में अपनी मौजूदगी बढ़ा चुके हैं। इसलिए हम इस बात को लेकर आश्वस्त हैं कि हमें बहुत जल्द अच्छी प्रतिक्रिया मिलेगी। हम इस पहल की वजह से सब्सक्रिप्शन आधारित बचत खातों में बढ़ोत्तरी की उम्मीद कर रहे हैं क्योंकि ग्राहक रेमटेड पैसे को फिनो बैंक अकाउंट में ही रखना चाहते हैं।
इससे आगे बढ़ते हुए फिनो बैंक अन्य अग्रणी मनी ट्रांसफर ऑपरेटर्स के साझेदारी करेगा जिससे विभिन्न देशों तक इसकी सेवाओं का प्रसार हो सकेगा।
बैंक की दूसरे देशों में पैसे भेजने की सुविधा भी जल्द शुरू करने की योजना है। 30 सितंबर, 2021 तक देशभर में बैंक के नेटवर्क में 8 लाख से ज्यादा मर्चेंट्स थे। इससे लोगों को घरेलू के साथ-साथ पैसों को दूसरे देशों में भी भेजने में भी मदद मिलेगी।
इंटरनेशनल रेमेटेंस के साथ बैंक म्यूचुअल फंड, लोन, एफडी जैसी कई तरह की सुविधाएं शुरू करने की तैयारी में है जिससे बैंक के मुनाफे में वृद्धि की उम्मीद है।