Demat Khata खोला या नहीं? यहां खुल गए हैं 4 करोड़ खाते-जाने एकाउंट खोलने का तरीका
Covid Mahamari के बीच Share Market में लोगों का रुझान काफी बढ़ रहा है। और हो भी क्यों न Stock Market All time High पर है। निवेशकों को पहले से कहीं ज्यादा अच्छा रिटर्न मिल रहा है। इस बीच बड़ी-बड़ी कंपनियां लगातार अपना IPO लॉन्च कर रही हैं।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। Covid Mahamari के बीच Share Market में लोगों का रुझान काफी बढ़ रहा है। और हो भी क्यों न, Stock Market All time High पर है। निवेशकों को पहले से कहीं ज्यादा अच्छा रिटर्न मिल रहा है। इस बीच, बड़ी-बड़ी कंपनियां लगातार अपना IPO लॉन्च कर रही हैं। इसमें भी Retail investor बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि प्रमुख डिपॉजिटरी सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज इंडिया लि. (CDSL) के पास खोले गए सक्रिय डीमैट खातों की संख्या 4 करोड़ पर पहुंच गई हैं। अगर आप भी Investor बनना चाहते हैं तो इसके लिए आपको भी Demat Account खुलवाना होगा।
CDSL ने 1999 में अपना काम शुरू किया था और सितंबर, 2015 तक उसके पास 1 करोड़ सक्रिय डीमैट खाते थे। जनवरी, 2020 में इनकी संख्या दो करोड़, जनवरी 2021 में तीन करोड़ और जुलाई 2021 में चार करोड़ पर पहुंच गई। CDSL ने कहा कि वह सक्रिय डीमैट खातों के मामलें में देश की सबसे बड़ी डिपॉजिटरी है।
कैसे खोलें Demat khata
आप ब्रोकरेज हाउस में खाता खुलवा सकते हैं। बैंक भी ब्रोकरेज हाउस की तरह ही Demat खाते की सुविधा देते हैं। यह खाता आपके बैंक अकाउंट से जुड़ा रहता है। IPO जब बाजार में आता है तो Demat Khata के जरिए इसे खरीदा जा सकता है। इससे आप स्टॉक, आईपीओ, म्यूचुअल फंड और MCX में सोने में भी खरीदारी कर सकते हैं।
कहां खोलें खाता
देश का सबसे बड़ा बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया भी डीमैट अकाउंट की सुविधा देता है। इसमें कस्टमर को कई तरह की फैसिलिटी मिलती हैं। जब निवेशक एक्सचेंज में शेयर खरीदता है तो पेमेंट पर आपके शेयर डीमैट अकाउंट में जमा हो जाते हैं। जब आप इन शेयरों को बेचते हैं तो उतने शेयर कम हो जाते हैं। Demat account SBI YONO ऐप के जरिए खोला जा सकता है।
क्या करता है CDSL
CDSL के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अध्यक्ष नेहाल वोरा ने कहा कि हमारी यह उपलब्धि बाजार में काम कर रहे संस्थानों और बाजार बिचौलियों की कड़ी मेहनत और समन्वय का नतीजा है। सीडीएसएल निवेशकों को इलेक्ट्रॉनिक रूप में खाता खोलकर प्रतिभूतियों को जमा करने की अनुमति देता है। साथ ही लेनदेन शुल्क, खाता रखरखाव शुल्क और डिपॉजिटरी प्रतिभागियों द्वारा पेमेंट किए गए शुल्क से अपना राजस्व लेता है।