आम चुनाव तक जारी रह सकते हैं सुधार, 7.5 फीसद की ग्रोथ रोजगार देने के लिए पर्याप्त नहीं: रघुराम राजन
राजन ने कहा कि भारत की 7.5 फीसद की जीडीपी ग्रोथ श्रम बाजार में हर साल आने वाले 12 मिलियन (1.2 करोड़) लोगों को रोजगार देने में सक्षम नहीं होगी
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन का कहना है कि सरकार के सुधार कार्यक्रम अगले आम चुनाव तक जारी रह सकते हैं लेकिन उन्होंने यह भी आशा व्यक्त की है कि देश इसके बाद "विकास के उच्च स्तर" तक पहुंच जाएगा।
राजन ने यहां पर रोजगार के विषय पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि भारत की 7.5 फीसद की जीडीपी ग्रोथ श्रम बाजार में हर साल आने वाले 12 मिलियन (1.2 करोड़) लोगों को रोजगार देने में सक्षम नहीं होगी। अगले आम चुनाव साल 2019 में होने हैं। न्यूज एजेंसी ने यह खबर एक समाचार चैनल का हवाला देते हुए प्रकाशित की है।
उन्होंने कहा, “मेरा यह मानना है कि सरकार के सुधार कार्यक्रम अगले आम चुनाव तक जारी रह सकते हैं, लेकिन अगर चुनाव के बाद हम सुधारों की रफ्तार को बढ़ाते हैं, तो फिर ऐसा कोई कारण नहीं रह जाएगा कि आखिर अगले दो से तीन वर्षों में हमारी विकास दर उच्च स्तर पर क्यों नहीं पहुंचेगी।”
राजन वर्तमान समय में शिकागो यूनीवर्सिटी के बूथ स्कूल ऑफ बिजनेस में प्रोफेसर हैं। उन्होंने आगे कहा कि भारत 7.5 फीसद की जीडीपी ग्रोथ से बढ़ सकती है जो कि भारत के श्रम बाजार में हर साल आने वाले 12 मिलियन लोगों को रोजगार देने में सक्षम नहीं होगी। उन्होंने कहा, “हम शायद 10 फीसद की ग्रोथ से बढ़ सकते हैं और काम की मांग के आधार पर स्रोत उपलब्ध करवा सकते हैं। हम ऐसा कर सकते हैं लेकिन हमें इस पर काम करने की जरूरत है।”