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वित्त वर्ष 2016-17 से 2018-19 के बीच यात्री सेवाओं से बढ़ी रेलवे की आमदनी, पार्सल सर्विसेज से आय में कमी

वित्त वर्ष 2016-17 से 2018-19 के बीच यात्री सेवाओं से भारतीय रेलवे के राजस्व में बढ़ोत्तरी जबकि पार्सल सर्विस से आमदनी में कमी का ट्रेंड देखने को मिला। सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक 2016-17 में यात्री सेवाओं से रेलवे की आमदनी 46280.46 करोड़ रुपये पर थी।

By Ankit KumarEdited By: Published: Fri, 23 Oct 2020 01:50 PM (IST)Updated: Fri, 23 Oct 2020 02:59 PM (IST)
भारतीय रेलवे के परिचालन की लागत से ये आंकड़े काफी महत्व रखते हैं।

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। वित्त वर्ष 2016-17 से 2018-19 के बीच यात्री सेवाओं से भारतीय रेलवे के राजस्व में बढ़ोत्तरी जबकि पार्सल सर्विस से आमदनी में कमी का ट्रेंड देखने को मिला। सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक 2016-17 में यात्री सेवाओं से रेलवे की आमदनी 46,280.46 करोड़ रुपये पर थी, जो वित्त वर्ष 2017-18 में 5.11 फीसद की वृद्धि के साथ 48,643.14 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। रेलवे ने बताया है कि वित्त वर्ष 2018-19 में यात्री सेवाओं से उसकी आमदनी 4.98% की बढ़ोत्तरी के साथ 51,066.65 करोड़ रुपये पर पहुंच गई।  

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रेलवे ने जानकारी दी है कि वित्त वर्ष 2016-17 के दौरान उसे  पार्सल सर्विसेज से 1,911.42  करोड़ रुपये की आमदनी हुई थी। वित्त वर्ष 2017-18 में यह आंकड़ा सालाना आधार पर 8.49 फीसद की कमी के साथ 1,749.23 करोड़ रुपये पर रहा गया। दूसरी ओर वित्त वर्ष 2018-19 में पार्सल सेवाओं से रेलवे की आमदनी 7.44 फीसद घटकर 1,619.03 करोड़ रुपये पर रह गई।

 

भारतीय रेलवे के परिचालन की लागत से ये आंकड़े काफी महत्व रखते हैं। उल्लेखनीय है कि इस साल कोरोनावायरस महामारी की वजह से लंबे समय तक यात्री ट्रेनों का परिचालन बंद रहा था। 


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