नए टावर न लगाएं मोबाइल कंपनियां
मोबाइल टावरों से निकलने वाले विकिरण से जीव जंतुओं, खास तौर पर चिड़ियों और मधुमक्खियों पर नकारात्मक असर पड़ रहा है।
नई दिल्ली। मोबाइल टावरों से निकलने वाले विकिरण से जीव जंतुओं, खास तौर पर चिड़ियों और मधुमक्खियों पर नकारात्मक असर पड़ रहा है। पक्षियों के स्वास्थ्य पर चिंता जताते हुए पर्यावरण मंत्रालय ने एडवाइजरी जारी करते हुए दूरसंचार विभाग से आग्रह किया है कि जहां पर पहले से टावर लगे हैं उसके एक किलोमीटर के दायरे में नया टावर न लगाया जाए।
पर्यावरण मंत्रालय ने जोर देकर कहा है कि पक्षियों और मधुमक्खियों को मोबाइल टावर से निकलने वाले इलेक्ट्रो-मैगनेटिक विकिरणों [ईएमआर] से बचाने की जरूरत है। यदिभविष्य में टावर लगाने भी पड़ते हैं तो यह सुनिश्चित किया जाए कि वे पक्षियों की उड़ान में किसी तरह की बाधा उत्पन्न न करें और टावर से निकलने वाले विकिरण का स्तर संयुक्त रूप से उस क्षेत्र में बढ़ने न पाए। मंत्रालय ने यह एडवाइजरी विशेषज्ञों की समिति की सिफारिश पर जारी की है।
मंत्रालय ने टावरों से निकलने वाले विकिरण से प्रभावित हो रहे पक्षियों के जीवन को देखते हुए 2010 में इस पर अध्ययन करने के लिए एक पैनल का गठन किया था। मंत्रालय ने दूरसंचार विभाग से कहा है कि उसे सेल फोन टावर व ईएमआर छोड़ने वाले अन्य टावरों की स्थिति और फ्रीक्वेंसी की जानकारी सार्वजनिक करनी चाहिए।