Move to Jagran APP

नए टावर न लगाएं मोबाइल कंपनियां

मोबाइल टावरों से निकलने वाले विकिरण से जीव जंतुओं, खास तौर पर चिड़ियों और मधुमक्खियों पर नकारात्मक असर पड़ रहा है।

By Edited By: Published: Sat, 11 Aug 2012 08:17 AM (IST)Updated: Mon, 30 Mar 2015 06:40 PM (IST)
नए टावर न लगाएं मोबाइल कंपनियां

नई दिल्ली। मोबाइल टावरों से निकलने वाले विकिरण से जीव जंतुओं, खास तौर पर चिड़ियों और मधुमक्खियों पर नकारात्मक असर पड़ रहा है। पक्षियों के स्वास्थ्य पर चिंता जताते हुए पर्यावरण मंत्रालय ने एडवाइजरी जारी करते हुए दूरसंचार विभाग से आग्रह किया है कि जहां पर पहले से टावर लगे हैं उसके एक किलोमीटर के दायरे में नया टावर न लगाया जाए।

loksabha election banner

पर्यावरण मंत्रालय ने जोर देकर कहा है कि पक्षियों और मधुमक्खियों को मोबाइल टावर से निकलने वाले इलेक्ट्रो-मैगनेटिक विकिरणों [ईएमआर] से बचाने की जरूरत है। यदिभविष्य में टावर लगाने भी पड़ते हैं तो यह सुनिश्चित किया जाए कि वे पक्षियों की उड़ान में किसी तरह की बाधा उत्पन्न न करें और टावर से निकलने वाले विकिरण का स्तर संयुक्त रूप से उस क्षेत्र में बढ़ने न पाए। मंत्रालय ने यह एडवाइजरी विशेषज्ञों की समिति की सिफारिश पर जारी की है।

मंत्रालय ने टावरों से निकलने वाले विकिरण से प्रभावित हो रहे पक्षियों के जीवन को देखते हुए 2010 में इस पर अध्ययन करने के लिए एक पैनल का गठन किया था। मंत्रालय ने दूरसंचार विभाग से कहा है कि उसे सेल फोन टावर व ईएमआर छोड़ने वाले अन्य टावरों की स्थिति और फ्रीक्वेंसी की जानकारी सार्वजनिक करनी चाहिए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.