क्या है प्रधानमंत्री श्रम योगी योजना, वह सब कुछ जो आप जानना चाहते हैं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को पीएम श्रम योगी मानधन योजना लॉन्च किया।
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को पीएम श्रम योगी मानधन योजना लॉन्च किया। यह एक पेंशन योजना है जिससे असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को फायदा होगा। बताया जा रहा है कि यह योजना असंगठित क्षेत्र के 42 करोड़ श्रमिकों के लिए लागू की गई है, जो देश के कुल श्रम बल का लगभग 85 फीसद है।
मालूम हो कि PM-SYM स्कीम सभी राज्यों में 15 फरवरी, 2019 से प्रभावी बना दिया गया है। यह ऐसे असंगठित श्रमिकों के लिए है, जिनकी मासिक आय 15,000 रुपये है और जिनके पास आधार संख्या के साथ बैंक में बचत खाता है।
इस योजना से जुड़ी कुछ बड़ी बातें
इस योजना की देख-रेख श्रम और रोजगार मंत्रालय करेगा और भारतीय जीवन बीमा निगम और सीएससी ई-गवर्नेंस सर्विसेज इंडिया लिमिटेड (सीएससी एसपीवी) के माध्यम से यह कार्यान्वित होगी। इसमें LIC पेंशन फंड मैनेजर होगा और पेंशन भुगतान के लिए जिम्मेदार होगा। पीएम-एसवाईएम पेंशन योजना के तहत जुटाई गई राशि का निवेश भारत सरकार की ओर से निर्देश के अनुसार किया जाएगा।
पीएम-एसवाईएम एक स्वैच्छिक और योगदान आधारित योजना है जिसके तहत सब्सक्राइबर को 60 साल की उम्र से 3,000 रुपये का मासिक पेंशन दिया जाएगा।
इसमें सब्सक्राइबर की ओर से योगदान की रकम 55 रुपये से 200 रुपये प्रति माह तय की गई है, हालांकि, यह उसकी आयु के आधार पर जो कि 18 से 40 वर्ष है इसपर निर्भर करता है। अगर सब्सक्राइबर इस योजना को छोड़कर जाता है तो उसके द्वारा योगदान दिया हुआ पूरा पैसा वापस कर दिया जाएगा।
यदि ऐसी हालत में जब सब्सक्राइबर लगातार योगदान नहीं कर पा रहा है तो भी उसे बाद में बाकी बचे रकम के साथ योगदान करने की छूट होगी। हालांकि इसके लिए सब्सक्राइबर को जुर्माना भी देना होगा।
इस स्कीम में समय से पहले निकासी की सुविधा है। अगर कोई ग्राहक 10 वर्ष से कम की अवधि के भीतर योजना से बाहर निकलता है तो लाभार्थी का अंशदान केवल बचत बैंक ब्याज दर के साथ उसे वापस कर दिया जाएगा।
इस योजना को कोई भी व्यक्ति एलआईसी के ऑफिस में जाकर सब्सक्राइब कर सकता है।