PPF, NSC और अन्य लघु बचत योजनाओं में करते हैं निवेश, तो जान लें इस तिमाही कितना मिलेगा ब्याज
Small Saving Schemes अप्रैल-जून 2020 तिमाही के लिए सरकार ने लघु बचत योजनाओं से जुड़ी ब्याज दर में 0.70 फीसद से 1.40 फीसद तक की कटौती की थी।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। सरकार की लघु बचत योजनाओं में निवेश करने वालों के लिए अच्छी खबर है। सरकार ने पीपीएफ, एनएससी और सुकन्या समृद्धि जैसी अन्य बचत योजनाओं पर जुलाई-सितंबर तिमाही में ब्याज दर में किसी तरह का बदलाव नहीं किया है। इसका मतलब है कि इन योजना में निवेश पर जुलाई-सितंबर तिमाही में भी अप्रैल-जून तिमाही के बराबर ही रिटर्न मिलेगा। कोरोना संकट के बीच निवेशकों के लिए इसे काफी राहत भरा फैसला माना जा रहा है। डाक विभाग ने एक जुलाई को एक सर्कुलर जारी कर विभिन्न लघु बचत योजनाओं पर मिलने वाले ब्याज के बारे में एलान किया।
सर्कुलर के मुताबिक वित्त वर्ष 2020-21 की दूसरी तिमाही में पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) पर 7.10 फीसद की दर से ब्याज मिलना जारी रहेगा। सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) पर 7.40 की दर से ब्याज मिलता रहेगा। वहीं, पोस्ट ऑफिस टाइम डिपोजिट के लिए ब्याज की दर 5.5-6.7 फीसद के बीच है। ये ब्याज दरें एक जुलाई, 2020 से 30 सितंबर, 2020 के लिए प्रभावी होंगी।
आइए जानते हैं किन योजना पर कितना ब्याज मिल रहा हैः
इससे पहले अप्रैल-जून, 2020 तिमाही के लिए सरकार ने लघु बचत योजनाओं से जुड़ी ब्याज दर में 0.70 फीसद से 1.40 फीसद तक की कटौती की थी।
टैक्स एवं इंवेस्टमेंट एक्सपर्ट बलवंत जैन ने कहा कि कोविड-19 से जुड़ी मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि लघु बचत योजनाओं की ब्याज दरों को यथावत रखने का फैसला निवेशकों के लिए काफी राहत भरा है।
जैन ने कहा, "आरबीआई ने पिछली दो द्विमासिक समीक्षा बैठकों में रेपो रेट में कमी की है। इसका असर सभी तरह के रेट पर पड़ता है। सरकार ने पीपीएफ जैसी योजनाओं पर ब्याज दर को यथावत रखकर छोटे निवेशकों को राहत दे दी है। इस वजह से बैंक की एफडी पर भी ब्याज दर में कमी नहीं आएगी, जिसकी उम्मीद सभी लोग कर रहे थे।"
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उल्लेखनीय है कि टाइम डिपोजिट, रेकरिंग डिपोजिट, सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम, पीपीएफ, किसान विकास पत्र, पांच साल के नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट और सुकन्या समृद्धि योजना पर मिलने वाले ब्याज की समीक्षा सरकार हर तिमाही में करती है।