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PM Narendra Modi in ASSOCHAM Event: बैंकिंग और कॉरपोरेट सेक्टर में शुरुआती कमजोरियों को किया कंट्रोल, अब बिना हिचकिचाहट के लें निर्णय

PM Narendra Modi in ASSOCHAM Event 5-6 साल पहले अर्थव्‍यवस्‍था गिरावट की दिशा में जा रही थी हमारी सरकार ने न केवल इसे स्थिर किया बल्कि इसे अनुशासित करने का प्रयास भी किया।

By Manish MishraEdited By: Published: Fri, 20 Dec 2019 12:14 PM (IST)Updated: Fri, 20 Dec 2019 06:30 PM (IST)
PM Narendra Modi in ASSOCHAM Event: बैंकिंग और कॉरपोरेट सेक्टर में शुरुआती कमजोरियों को किया कंट्रोल, अब बिना हिचकिचाहट के लें निर्णय
PM Narendra Modi in ASSOCHAM Event: बैंकिंग और कॉरपोरेट सेक्टर में शुरुआती कमजोरियों को किया कंट्रोल, अब बिना हिचकिचाहट के लें निर्णय

नई दिल्‍ली, बिजनेस डेस्‍क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को एसोसिएटेड चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्‍ट्री इन इंडिया (ASSOCHAM) के 100 वर्ष के उद्धाटन सत्र में कहा कि सरकार ने इकोनॉमी में स्थिरता लाने का काम किया है। उन्‍होंने कहा कि 5-6 साल पहले अर्थव्‍यवस्‍था गिरावट की दिशा में जा रही थी, हमारी सरकार ने न केवल इसे स्थिर किया, बल्कि इसे अनुशासित करने का प्रयास भी किया। हमने उद्योग जगत के दशकों पुराने मांगों की तरफ ध्‍यान दिया है। 

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पीएम मोदी ने कहा कि 5 ट्रिलियन इकोनॉमी का लक्ष्‍य प्राप्‍त किया जा सकता है और भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था को विकसित करने के लिए चौतरफा कदम उठाए जा रहे हैं। आज हम ये कह सकते हैं कि देश की बैंकिंग प्रणाली की नींव अब इतनी पारदर्शी हो रही है कि 5 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को ऊर्जा दे सकते हैं। पीएम मोदी ने आगे कहा, 'बैंकिंग सेक्टर और कॉरपोरेट सेक्टर से जुड़े लोगों को आज मैं आश्वासित करना चाहता हूं कि हमने शुरुआती कमजोरियों को कंट्रोल करने में एक सीमा तक सफलता प्राप्त की है। इसलिए अब बिना किसी हिचकिचाहट के निर्णय लें और निवेश करें।'

प्रधानमंत्री ने कहा कि जब हमने 5 ट्रिलियन इकोनॉमी की बात की तो मैं जानता था कि यह एक चुनौती होगी। लोगों ने हमारी आलोचना की। आधार लिंक्‍ड पेमेंट्स, जीएसटी जैसे अन्‍य कदम अर्थव्‍यवस्‍था की मजबूती की दिशा में उठाए गए। 

उन्‍होंने कहा कि पिछले 5 साल में इकोनॉमी में मजबूती आई है और इकोनॉमिक ग्रोथ के लिए कई अहम फैसले लिएगए हैं। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जब हमने सरकार की कमान संभाली तो ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में भारत की रैंकिंग 142 थी। कारोबार की सुगमता की रैंकिंग में हम तीन साल में ही 63वें स्‍थान पर आ गए। 

उन्‍होंने कहा कि अर्थव्‍यवस्‍था में आधुनिक टेक्‍नोलॉजी का इस्‍तेमाल कर मॉडर्नाइज कर इसकी रफ्तार बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं। ऑनलाइन कंपनी रजिस्‍ट्रेशन की सुविधा के साथ-साथ कई ऐसी व्‍यवस्‍थाएं की गई हैं जिनसे कारोबारी सुगमता बढ़ी है। 

पीएम मोदी ने कहा कि क्या उद्योग जगत नहीं चाहता था कि देश में टैक्स का जाल कम हो। हर राज्य में अलग अलग दरों की परेशानी से उसे मुक्ति मिले। हम जीएसटी लाए। व्यापार जगत से जो भी फीडबैक मिला, हम जीएसटी में आवश्यक चीजें जोड़ते रहे और उसमें जरूरी परिवर्तन करते रहे।

लेबर कानून में कई ऐसे बदलाव किए हैं जो समय की मांग है। उन्‍होंने कहा कि देश के लिए काम करने में काफी गुस्सा झेलना पड़ता है, कई लोगों की नाराजगी भी झेलनी पड़ती है।

पीएम मोदी ने कहा, ''पिछले कुछ सालों से भारत में एफडीआई का इनफ्लो बढ़ा है। एफडीआई के दो अर्थ निकलते हैं। पहला जो सब जानते हैं- विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (Foreign Direct Investment) और दूसरा मैं कहता हूं फर्स्ट डेवलप इंडिया।''


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