उत्तराखंड में बिजनेस को बढ़ावा देने के लिए तैयार हुए बड़े बिजनेस घराने
उत्तराखंड में मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर की बड़ी औद्योगिक इकाइयां आने वाले दिनों में अपने कारोबार को विस्तार देंगी।
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। उत्तराखंड में मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर की बड़ी औद्योगिक इकाइयां आने वाले दिनों में अपने कारोबार को विस्तार देंगी। उत्तराखंड इन्वेस्टर्स समिट में हुए मैन्यूफैक्चरिंग से संबंधित सत्र में विभिन्न औद्योगिक घरानों की ओर से यह भरोसा दिलाया गया। यही नहीं, निवेशकों ने राज्य में फार्मास्युटिकल, फूड प्रोसेसिंग जैसे क्षेत्रों में भी रुचि दिखाई। इस मौके पर राज्य सरकार की ओर से उद्योगों की स्थापना के लिए दी जा रही सुविधाओं की जानकारी भी दी गई।
मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर से संबंधित सत्र में राज्य में इसकी वर्तमान स्थिति और संभावनाओं को लेकर गहन मंथन किया गया। सत्र की जानकारी देते हुए शहरी विकास मंत्री एवं शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक ने बताया कि उद्योग जगत से जुड़े सभी लोगों ने कहा कि राज्य में औद्योगिक निवेश के लिए बेहतर माहौल है। उन्होंने कहा कि मैन्यूफैक्चरिंग के क्षेत्र में राज्य ने लंबी छलांग लगाई है। फार्मा, एफएमसीजी, इलेक्टिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल के क्षेत्र में प्रमुख रूप से कार्य हो रहा है। पंतनगर और हरिद्वार ने ऑटोमोबाइल के क्षेत्र में खासी प्रगति की है।
कौशिक के मुताबिक चर्चा के दौरान बजाज, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा मोटर्स, अशोक लेलैंड, मदरसन, टीवीएस, वीडियोकॉन, एएंडडी, पशुपति पॉलिटेक्स, हीरो मोटो कॉर्प, वर्धमान समेत राज्य में कार्यरत तमाम नामी कंपनियों ने भरोसा दिलाया कि वे अपनी औद्योगिक इकाइयों को विस्तार देंगी। कुछ नई इकाइयां भी खोली जा सकती हैं। उन्होंने बताया कि फार्मा व एफएमसीजी के क्षेत्र में इंडिया ग्लाइकोल, मैनकाइंड, जुबिलांट और एफएमसीजी के क्षेत्र में पतंजलि, नेस्ले, पेप्सिको, ब्रिटानिया जैसी कंपनियों ने खासी रुचि दिखाई। सत्र को केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये संबोधित किया। उन्होंने प्रदेश में उद्योगों की स्थापना में केंद्र की ओर से हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया। सत्र में जेबीएम ग्रुप के निशांत आर्य, हीरो मोटो कॉर्प के विक्रम कसबेकर, सीआइआइ नार्थ रीजन के एमडी एनके मिंडा, वर्धमान के सचित जैन और उत्तराखंड उद्योग विभाग के निदेशक सुधीर नौटियाल ने भी विचार रखे।
राज्य में इलेक्टिक कार बनाएगी महिंद्रा : उत्तराखंड में इलेक्टिक वाहनों के निर्माण की रफ्तार अब जोर पकड़ेगी। इन्वेस्टर्स समिट में इसे लेकर कई नामी कंपनियों ने रुचि दिखाई। इस कड़ी में महिंद्रा कंपनी ने तय किया है कि अब वह उत्तराखंड में इलेक्ट्रिक कारों का निर्माण भी करेगी। पेट्रोल-डीजल की बढ़ती खपत और पर्यावरणीय कारणों को देखते हुए राज्य सरकार ने इलेक्ट्रिक वाहनों पर फोकस किया है। इसके तहत उत्तराखंड परिवहन निगम के बस बेड़े में कुछ नई इलेक्टिक बसें शामिल की जा रही हैं। शहरों में इलेक्टिक दोपहिया व तिपहिया वाहन भी खूब चल रहे हैं। इलेक्टिक दोपहिया व तिपहिया वाहनों का निर्माण तो यहां हो रहा है, अब कारें भी यहीं बनेंगी। महिंद्रा के अलावा सीएंडएस समेत दो-तीन अन्य कंपनियों ने भी इलेक्टिक वाहनों के निर्माण में रुचि दिखाई है।
500 करोड़ का निवेश करेगी ओयो : हॉस्पिटेलिटी फर्म ओयो ने राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 500 करोड़ रुपये का निवेश करने की बात कही है। कंपनी यहां हॉस्पिटेलिटी इकोसिस्टम तैयार करेगी। आइटीसी ने भी राज्य में निवेश बढ़ाने की बात कही है। कंपनी के एमडी संजीव पुरी का कहना है कि पिछले कुछ साल में कंपनी ने यहां 1,400 करोड़ से ज्यादा का निवेश किया है। समिट में सीआइआइ के चंद्रजीत बनर्जी, अमूल के आरएस सोढ़ी, महिंद्रा ग्रुप के पवन कुमार गोयनका, आइटीसी के संजीव पुरी, जिंदल ग्रुप के सज्जन जिंदल, अडानी ग्रुप के प्रणव अडानी और पतंजलि के आचार्य बालकृष्ण ने भी विचार व्यक्त किए।