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MSME के दबाव वाले कर्ज को मार्च 2020 तक एनपीए घोषित न करें : सीतारमण

मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि रिजर्व बैंक की ओर से पहले ही सर्कुलर जारी किया जा चुका है जिसमें कहा गया है कि एमएसएमई के दबाव वाले कर्ज को एनपीए घोषित नहीं किया जाए।

By NiteshEdited By: Published: Thu, 19 Sep 2019 09:06 PM (IST)Updated: Fri, 20 Sep 2019 08:24 AM (IST)
MSME के दबाव वाले कर्ज को मार्च 2020 तक एनपीए घोषित न करें : सीतारमण
MSME के दबाव वाले कर्ज को मार्च 2020 तक एनपीए घोषित न करें : सीतारमण

नई दिल्ली, पीटीआइ। मार्च 2020 तक सूक्ष्म, लघु और मझोले उपक्रमों (MSME) के दबाव वाले कर्ज को एनपीए घोषित नहीं किया जाए। सरकार ने बैंकों से ये बात कही है। इसके अलावा सरकार ने बैंकों से एमएसएमई के कर्ज के पुनर्गठन पर काम करने को कहा है। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के प्रमुखों के साथ बैठक के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि रिजर्व बैंक की ओर से पहले ही सर्कुलर जारी किया जा चुका है जिसमें कहा गया है कि एमएसएमई के दबाव वाले कर्ज को एनपीए घोषित नहीं किया जाए।

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उन्होंने कहा कि बैंकों को इस सर्कुलर का अनुपालन करने को कहा गया है। बैंकों से कहा गया है कि वे एमएसएमई के दबाव वाले कर्ज को मार्च, 2020 तक एनपीए घोषित नहीं करें और उनके कर्ज के पुनर्गठन के लिए काम करें। उन्होंने कहा कि इससे एमएसएमई क्षेत्र को मदद मिलेगी। वित्त मंत्री ने बताया कि बैंकों ने कुछ ऐसी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) की पहचान की हैं, जिन्हें कर्ज उपलब्ध कराया जा सकता है। ऐसे में कर्ज लेने के इच्छुक लोगों को नकदी और कर्ज उपलब्ध कराया जा सकेगा।

सीतारमण ने बताया कि बैंक कर्ज देने के इरादे से 29 सितंबर से पहले 200 जिलों में एनबीएफसी और खुदरा कर्जदारों के साथ बैठक करेंगे। दूसरे चरण में 10 अक्टूबर से 15 अकटूबर के बीच 200 अन्य जिलों में ऐसी बैठकें होंगी। यानी कुल मिलाकर 400 जिलों में इस प्रकार की बैठकें होंगी। 


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