चिदंबरम ने आरबीआइ के नए गवर्नर के सहारे सरकार पर साधा निशाना
भारतीय रिजर्व बैंक के नए गवर्नर की नियुक्ति पर उठा सियासी विवाद बढ़ता जा रहा है।
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। भारतीय रिजर्व बैंक के नए गवर्नर की नियुक्ति पर उठा सियासी विवाद बढ़ता जा रहा है। पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने आरबीआइ के नए गवर्नर नियुक्त हुए पूर्व आइएएस अधिकारी शक्तिकांत दास पर निशाना साधा है। चिदंबरम का कहना है कि सरकार उन लोगों को अहम पदों पर बैठा रही है, जिन्होंने खुलेआम नोटबंदी का समर्थन किया था।
चिदंबरम ने बुधवार को ट्विटर पर कहा कि सरकार ने नोटबंदी का खुलेआम समर्थन करने वाले दो लोगों को अहम पदों पर नियुक्त किया है। इनमें शक्तिकांत दास को आरबीआइ का गवर्नर और एस गुरुमूर्ति को आरबीआई के बोर्ड में निदेशक बनाया गया। इससे मोदी सरकार के बारे में यही पता चलता है कि सरकार देश के लोगों को यह बताना चाहती है कि वे भले ही कुछ भी सोचें, उससे कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है। वह वही काम करेगी, जो उसे अच्छा लगेगा।
गौरतलब है कि सोमवार को आरबीआई के गवर्नर उर्जित पटेल के इस्तीफे के बाद सरकार ने 1980 बैच के तमिलनाडु कैडर के आइएएस अधिकारी रहे दास को आरबीआइ गवर्नर नियुक्त किया। मुंबई में बुधवार को दास ने पद भार ग्रहण किया। वहीं, दिल्ली में उनकी नियुक्ति को लेकर सियासी आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी रहा।
चिदंबरम ने एक दिन पहले सरकार पर आरोप लगाया था कि वह आरबीआइ को एक कंपनी बनाना चाहती है। चिदंबरम ने कहा था कि सरकार का एकमात्र तात्कालिक एजेंडा रिजर्व बैंक के रिजर्व पर कब्जा करना है ताकि वह चालू वित्त वर्ष में राजकोषीय घाटे की भरपाई कर सके और चुनावी साल में भारी धनराशि खर्च कर सके।