Lockdown: कृषि क्षेत्र के लिए कुछ और राहत की घोषणा; चाय बागान, पोल्ट्री फर्म के लिए उपायों की घोषणा
Lockdown सरकार ने इसी के मद्देनजर हाईवे पर स्थित पेट्रोल पंपों के साथ वर्क-स्टेशन को भी खोलने की अनुमति दे दी है।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। खेती-किसानी को लॉकडाउन की मुश्किलों से बचाने के लिए सरकार ने कुछ और राहत देने की घोषणा की है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कृषि मशीनरी की अंतरराज्यीय आवाजाही की छूट तो पहले ही दे दी थी, लेकिन उससे जुड़े उद्यम के चालू न होने से इसका कोई फायदा नहीं मिल पा रहा था। इसी के चलते अब कृषि मशीनरी और उनके कल-पुर्जो की दुकानें भी लॉकडाउन से मुक्त रहेंगी। रबी फसलें पककर तैयार हैं, जिनकी कटाई बहुत जरूरी हो गई है। इसमें किसी भी तरह की देरी किसानों के जीवनयापन के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकती है।
सरकार ने इसी के मद्देनजर हाईवे पर स्थित पेट्रोल पंपों के साथ वर्क-स्टेशन को भी खोलने की अनुमति दे दी है। चाय बागानों में भी 50 फीसद तक कर्मियों को काम पर बुलाया जा सकता है। इस दौरान सामाजिक दूरी और स्वच्छता का पूरा ध्यान रखने की हिदायत भी दी गई है। पोल्ट्री फार्म मालिकों और मछली पालकों की सुविधा के लिए उन्हें फीड अथवा कच्चा माल की ढुलाई की छूट दी गई है। पशु चारा, मुर्गी चारा और मछलियों का चारा उत्पादन करने वाली इकाइयों को पहले से ही छूट है। लेकिन इसमें कई तरह की कठिनाइयां पेश आ रही हैं।
अनमोल फीड के चेयरमैन अमित सरावगी ने लॉकडाउन से पैदा हुए हालात के बारे में बताया कि केंद्र व राज्य प्रशासन के आदेश के बावजूद स्थानीय स्तर पर कई तरह की मुश्किलें पेश आ रही हैं। सामान की ढुलाई करने वाले ट्रकों का अभाव है। इसकी मूल वजह हाईवे पर पेट्रोल पंप, गैराज और लाइन वाले ढाबों पर पाबंदी है। पंप और गैराज तो खोल दिए गए, लेकिन ट्रक ड्राइवरों के लिए राह में भोजन की गंभीर किल्लत होगी।