मोदी सरकार ने 10 सरकारी बैंकों में नियुक्त किए प्रमुख, 5 SBI से
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली नियुक्ति संबंधी कैबिनेट कमेटी ने दस सरकारी बैंकों में एमडी व सीईओ के पद पर नियुक्तियों को बुधवार को मंजूरी दे दी
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। भारतीय स्टेट बैंक के डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर मृत्युंजय महापात्रा और पद्मजा चुंदरू को सार्वजनिक क्षेत्र के दो बैंकों के मैनेजिंग डायरेक्टर व चीफ एक्जीक्यूटिव पद पर नियुक्त किया गया है। महापात्रा को सिंडीकेंट बैंक और चुंदरू को इंडियन बैंक का प्रमुख बनाया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली नियुक्ति संबंधी कैबिनेट कमेटी ने दस सरकारी बैंकों में एमडी व सीईओ के पद पर नियुक्तियों को बुधवार को मंजूरी दे दी।
नव नियुक्त दस एमडी व सीईओ में से पांच एसबीआइ में डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर के पद पर काम कर रहे हैं। कार्मिक मंत्रलय से जारी आदेश के अनुसार इन दोनों अधिकारियों की नियुक्ति उनके रिटायरमेंट तक प्रभावी रहेगी। महापात्रा 31 मई 2020 को और चुंदरू 31 अगस्त 2021 को रिटायर होंगी। एसबीआइ के तीन अन्य डिप्टी एमडी जिनकी नियुक्ति की गई है, उनमें पल्लव मोहापात्र, जे. पेकिरिसामी और कर्णम शेखर शामिल हैं। मोहापात्र को सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, पेकिरिसामी को आंध्रा बैंक और शेखर को देना बैंक में नियुक्त किया गया है। कमेटी ने एसएस मल्लिकाजरुन राव को इलाहाबाद बैंक का एमडी व सीईओ के पद पर तीन साल के लिए नियुक्त किया है। उनका कार्यकाल रिटायर होने तक यानी 31 जनवरी 2022 तक बढ़ सकता है। वह इस समय सिंडीकेंट बैंक में एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर हैं।
इंडियन बैंक के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर एएस राजीव को बैंक ऑफ महाराष्ट्र में भेजा गया है। अतुल कुमार गोयल को यूको बैंक में और एस. हरीशंकर को पंजाब एंड सिंध बैंक में नियुक्त किया गया है। गोयल यूनियन बैंक में और हरीशंकर इलाहाबाद बैंक में एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर के पद पर हैं। युनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया के प्रमुख के पद पर अशोक कुमार प्रधान को नियुक्त किया गया है।बैंकों में एसबीआइ के डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टरों को दिया गया मौकामृत्युंजय महापात्रा।
कपूर जनवरी तक बने रहेंगे यस बैंक के एमडी
भारतीय रिजर्व बैंक ने राणा कपूर को निजी क्षेत्र के यस बैंक के एमडी व सीईओ के पद पर अगले साल जनवरी तक बने रहने के लिए अनुमति दे दी है। बैंक ने रेगुलेटरी फाइलिंग में इसकी जानकारी दी है। इस साल जून में शेयरधारकों ने कपूर को तीन साल के एक और कार्यकाल के लिए मंजूरी दी थी। उनका मौजूदा कार्यकाल 31 अगस्त को खत्म हो गया। बैंक ने मंजूरी नहीं दी। अगली सूचना तक पद पर बने रहने की अनुमति दे दी थी। रिजर्व बैंक ने 17 सितंबर को पत्र भेजकर जनवरी तक पद पर बने रहने के लिए कपूर को अनुमति दे दी।