LIC IPO लॉन्च : शेयर बाजार में इस महीने हिट करेगा देश का सबसे महंगा ऑफर, सरकार ने सेट किया टाइम
चालू वित्त वर्ष के लिए निर्धारित 1.75 लाख करोड़ रुपये के विनिवेश लक्ष्य को पूरा करने के लिए एलआइसी का आइपीओ महत्वपूर्ण है। चालू वित्तीय वर्ष में अब तक सार्वजनिक उपक्रमों के विनिवेश के जरिये 9330 करोड़ रुपये जुटाए गए हैं।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। चालू वित्त वर्ष में LIC का प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम (आइपीओ) लाने की कवायद तेज हो गई है। बीमा कंपनी से जुड़े एक बड़े अधिकारी के मुताबिक इस महीने के अंत तक बाजार नियामक सेबी के पास इस संबंध में मसौदा दस्तावेज दाखिल कर दिया जाएगा। इसको मंजूरी मिलने के बाद मार्च मध्य तक बाजार में आइपीओ आ जाएगा।
बता दें कि चालू वित्त वर्ष के लिए निर्धारित 1.75 लाख करोड़ रुपये के विनिवेश लक्ष्य को पूरा करने के लिए LIC का आइपीओ महत्वपूर्ण है। चालू वित्तीय वर्ष में अब तक सार्वजनिक उपक्रमों के विनिवेश के जरिये 9,330 करोड़ रुपये जुटाए गए हैं। अधिकारी ने कहा, 'हमें उम्मीद है कि इस महीने के अंत या फरवरी की शुरुआत में सेबी के पास डीआरएचपी (ड्राफ्ट रेड-हेरिंग प्रास्पेक्टस) दाखिल कर दिया जाएगा। एक बात तय है कि चालू वित्त वर्ष में आइपीओ आएगा।'
सरकार ने पिछले साल सितंबर में गोल्डमैन सैक्स (इंडिया) सिक्योरिटीज प्राइवेट लिमिटेड, सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और नोमुरा फाइनेंशियल एडवाइजरी एंड सिक्योरिटीज (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड सहित 10 मर्चेंट बैंकरों को एलआइसी के आइपीओ का मर्चेट बैंकर नियुक्त किया था। सिरिल अमरचंद मंगलदास को आइपीओ का कानूनी सलाहकार नियुक्त किया गया है। सरकारी आइपीओ के जरिये विनिवेश की जाने वाली सरकारी हिस्सेदारी की मात्रा तय करने की प्रक्रिया में है।
एलआईसी के जुलाई-सितंबर 2021 के वित्तीय आंकड़े को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इसके अलावा फंड विभाजन की प्रक्रिया भी जारी है। आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने गत वर्ष जुलाई में एलआईसी के विनिवेश को मंजूरी दी थी। इसे देश का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ माना जा रहा है।
LIC पॉलिसीधारकों को इस IPO में कोटा देगी। यानि उन्हें ऑफर में शेयरों का कोटा मिलेगा। अगर कोई पॉलिसीधारक शेयर खरीदता है तो रिटेल निवेशकों से वरीयता के आधार पर शेयर अलॉट होंगे। ( Pti इनपुट के साथ )