Lakshmi Vilas Bank का इस बैंक में हो सकता है विलय, आरबीआई ने रखा प्रस्ताव
Lakshmi Vilas Bank आरबीआई ने लक्ष्मी विलास बैंक को 30 दिन के मोरेटोरियम के अंतर्गत रखने के बाद यह प्रस्ताव रखा है। केंद्रीय बैंक ने बैंक की वित्तीय स्थिति के बुरी तरह बिगड़ने का हवाला देते हुए बैंक के बोर्ड को अपने नियंत्रण में लेने का निर्णय किया है।
चेन्नई, आइएएनएस। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने संकटों से घिरे लक्ष्मी विलास बैंक (Lakshmi Vilas Bank) का DBS Bank India Ltd में विलय का प्रस्ताव रखा है। DBS Bank India Ltd सिंगापुर की डीबीएस बैंक लिमिटेड की पूर्व स्वामित्व वाली अनुषंगी है। आरबीआई ने लक्ष्मी विलास बैंक को 30 दिन के मोरेटोरियम के अंतर्गत रखने के बाद यह प्रस्ताव रखा है। केंद्रीय बैंक ने बैंक की वित्तीय स्थिति के बुरी तरह बिगड़ने का हवाला देते हुए बैंक के बोर्ड को अपने नियंत्रण में लेने का निर्णय किया है। इसके साथ ही केनरा बैंक के पूर्व नॉन-एग्जीक्यूटिव चेयरमैन टी एन मनोहरन को बैंक का प्रशासक नियुक्त किया गया है।
आरबीआई के मुताबिक डीबीएस बैंक, सिंगापुर एशिया के प्रमुख फाइनेंशिय सर्विसेज ग्रुप DBS Group Holdings Ltd की अनुषंगी है और इस लिहाज से बैंक बहुत मजबूत स्थिति में है।
केंद्रीय बैंक ने एक बयान में कहा है कि DBS Bank India का बैलेंस शीट बहुत अच्छा है और कंपनी के पास बहुत अच्छी पूंजी है। केंद्रीय बैंक ने बताया है कि 30 जून को बैंक की कुल नियामकीय पूंजी 7,109 करोड़ रुपये पर थी, जो 31 मार्च को 7,023 करोड़ रुपये पर थी।
रिजर्व बैंक ने इस प्रस्ताव पर सदस्यों, जमाकर्ताओं, लक्ष्मी विलास बैंक और डीबीएस बैंक के क्रेडिटर्स से सुझाव और आपत्ति दर्ज कराने को कहा है।
इससे पहले केंद्र सरकार ने लक्ष्मी विलास बैंक पर 17 नवंबर को मोरेटोरियम लगा दिया, जो 16 दिसंबर तक प्रभावी रहेगा। इसके साथ ही यह निर्णय किया गया है, जिसके तहत बैंक के ग्राहक 16 दिसंबर तक 25,000 रुपये से ज्यादा की निकासी नहीं कर पाएंगे।