नए साल में Tax Saving के लिए निवेश करने से पहले जानें ये महत्वपूर्ण बातें
अपनी इनकम पर लगने वाले टैक्स को बचाने के लिए अनेकों विकल्प उपलब्ध हैं। लेकिन अधिकतर युवा सही जानकारी के अभाव में अपने पैसों का गलत निवेश करते हैं जिससे उन्हें टैक्स सेविंग का सही लाभ नहीं मिल पाता।
ब्रांड डेस्क। वर्तमान समय में अपने पैसों का सही निवेश करना एक महत्वपूर्ण विषय है। इसको लेकर युवाओं के बीच जागरूकता भी बढ़ रही है। अपने फाइनेंस का सही प्रबंध करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण है टैक्स सेविंग के बारे में सही जानकारी प्राप्त करना। अपनी इनकम पर लगने वाले टैक्स को बचाने के लिए अनेकों विकल्प उपलब्ध हैं। लेकिन अधिकतर युवा सही जानकारी के अभाव में अपने पैसों का गलत निवेश करते हैं जिससे उन्हें टैक्स सेविंग का सही लाभ नहीं मिल पाता। इस आर्टिकल में आज हम टैक्स सेविंग व अपनी इनकम के प्रबंधन जैसे कुछ जरूरी मुद्दों पर बात करेंगे।
बेहतर प्लानिंग है बेहद जरूरी
अक्सर ऐसा देखा जाता है कि जनवरी से मार्च के महीने में टैक्स सेविंग इंस्ट्रूमेंट जैसे इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम (ELSS), नेशनल पेंशन स्कीम (NPS), पब्लिक प्रोविडेंट फंड आदि की बिक्री काफी बढ़ जाती है। क्योंकि अधिकतर लोग टैक्स सेविंग के लिए आखिरी समय तक का इंतजार करते रहते हैं। अधिकतर युवा फाइनेंशिएल प्लानिंग में टैक्स सेविंग को शामिल नहीं करते। जिसके कारण जल्दबाजी में ऐसे टैक्स सेविंग इंस्ट्रूमेंट खरीद लेते हैं जो उनकी फाइनेंशिएल प्लानिंग को और भी मुश्किल कर देते हैं। इन सभी दिक्कतों से बचने के लिए बेहतर प्लानिंग करना बेहद जरूरी है।
अपने लिए चुनें सही विकल्प
अपनी टैक्स सेविंग के लिए सबसे जरूरी है अपने लिए सही विकल्प चुनना। सेक्शन 80C के तहत आपको 1 लाख से 50 हजार तक की राशि के निवेश पर छूट मिलती है। इसके अतिरिक्त NPS में निवेश करने पर आपको अतिरिक्त छूट प्रदान की जाती है। सेक्शन 80C के तहत आपको निवेश के
लिए कई विकल्प मिलते हैं। इनमें से प्रमुख इस प्रकार हैं-5 साल का बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट (FD), 5 साल का पोस्ट ऑफिस FD, पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF), एंप्लॉयी प्रोविडेंट फंड (EPF), नेशनल पेंशन स्कीम (NPS), नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC), सुकन्या समृद्धि योजना, अटल पेंशन योजना, इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम (ELSS) और लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी। आप अपनी आवश्यकता के अनुसार सही विकल्प का चयन कर सकते हैं।
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लॉक इन लिमिट का भी रखें ध्यान
Tax Saving के लिए किए जाने वाले निवेश के लगभग सभी विकल्पों की एक तय समय होता है। मतलब आप एक तय समय तक इन निवेशों में से पैसे नहीं निकाल सकते। इस टाइम पीरियड को लॉक इन कहते हैं। अगर आपको कुछ समय बाद ही पैसे निकालना है तो इन बातों का ध्यान रखना होगा। विभिन्न टैक्स सेविंग इंस्ट्रूमेंट के लिए लॉक इन पीरियड भी अलग-अलग होता है। जैसे ELSS में 3 साल का लॉक इन है तो वहीं NPS और अटल पेंशन योजना में 60 साल की उम्र तक का लॉक इन है।
Tax Saving Funds देते हैं सबसे ज्यादा रिटर्न
अगर आपका लक्ष्य टैक्स सेविंग के साथ-साथ अच्छे रिटर्न के लिए निवेश करना भी है तो टैक्स सेविंग फंड्स आपके लिए सबसे अच्छा विकल्प है। टैक्स सेविंग इंस्ट्रूमेंट में ELSS व टैक्स सेविंग फंड्स में सबसे ज्यादा रिटर्न प्रदान करने की क्षमता है। इनका लॉक इन पीरियड भी कम होता है, साथ ही 1 लाख रुपये तक के गेन पर टैक्स भी नहीं लगता। साथ ही इन गेंस को सही समय पर इस्तेमाल करते रहने से आप लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन पर भी टैक्स देने से बच सकते हैं।
इन कुछ तरीकों से आप अपनी टैक्स सेविंग आसानी से कर सकते हैं। हालांकि निवेश करने से पहले पूरी जानकारी प्राप्त जरूर कर लें। आप किसी अच्छे Financial Advisor की सलाह भी ले सकते हैं। टैक्स सेविंग के लिए सबसे महत्वपूर्ण है बेहतरीन प्लानिंग व सही जानकारी के साथ निवेश करने की। इसके अतिरिक्त अर्थ जगत से जुड़ी सभी प्रमुख खबरों के लिए Dainik Jagran को Koo App पर जरूर फॉलो करें।
यह आर्टिकल ब्रांड डेस्क द्वारा लिखा गया है।