10 साल की उम्र में सीखी कंप्यूटर प्रोग्रामिंग, 12 साल की आयु में बनाया वीडियो गेम, आज हैं दुनिया के दूसरे सबसे अमीर शख्स
Elon Musk एलन मस्क का जन्म दक्षिण अफ्रीका में हुआ। उन्हें बचपन से ही किताबें पढ़ने का बहुत शौक था। वे बचपन में बहुत शांत स्वभाव के थे इस कारण दोस्त उन्हें परेशान भी करते थे। एलन ने 10 साल की उम्र में कम्यूटर प्रोग्रामिंग सीख ली थी।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। टेस्ला इंक (Tesla Inc) और स्पेसएक्स (SpaceX) के सीईओ एलन मस्क (Elon Musk) इन दिनों काफी चर्चाओं में हैं। इसके पीछे प्रमुख कारण है, हाल ही में उनका अमेजन के फाउंडर जेफ बेजोस को पीछे छोड़ दुनिया का सबसे अमीर व्यक्ति बनना। हालांकि, चंद दिन बाद ही वे दुनिया के सबसे अमीर लोगों की सूची में दूसरे स्थान पर आ गए हैं। एलन की कंपनी टेस्ला भी इन दिनों हर किसी की जुबां पर है। टेस्ला के शेयर में साल 2020 में जबरदस्त बढ़ोत्तरी हुई है। इस शेयर में पैसा लगाने वाले लोग करोड़पति बन गए हैं। आइए एलन मस्क और इनके कारोबारों के बारे में विस्तार से जानते हैं।
एलन मस्क का जन्म दक्षिण अफ्रीका में हुआ। उन्हें बचपन से ही किताबें पढ़ने का बहुत शौक था। वे बचपन में बहुत शांत स्वभाव के थे, इस कारण दोस्त उन्हें परेशान भी करते थे। एलन ने 10 साल की उम्र में कम्यूटर प्रोग्रामिंग सीख ली थी और 12 साल की उम्र में उन्होंने 'ब्लास्टर' नाम से एक वीडियो गेम तैयार कर लिया था।
मस्क और उनके भाई किंबल ने साल 1999 में अपनी सॉफ्टवेयर कंपनी 'जिप-2' का सौदा किया था। यह पैसा उन्होंने 'एक्स डॉट कॉम' कंपनी में लगाया, जो आज 'पे-पाल' के नाम से जानी जाती है। बाद में मस्क ने अंतरिक्ष खोज से जुड़ी तकनीकों पर काम किया, जिसे 'स्पेस-एक्स' नाम दिया गया। इसके बाद साल 2004 में मस्क ने इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला की नींव रखी।
खास बात यह है कि मस्क ने इन दोनों कंपनियों की बुनियाद भविष्य की संभावनाओं को देखते हुए रखी। स्पेस-एक्स कहती है कि इंसान आने वाले समय में दूसरे ग्रहों पर रह सकेंगे। वहीं, टेस्ला का कहना है कि आने वाले वक्त में सभी चीजें इलेक्ट्रिक होंगी। मस्क का कहना है कि वे अपनी संपत्ति का एक बड़ा हिस्सा मगंल ग्रह पर एक बेस के निर्माण में खर्च करना चाहते हैं। साथ ही वे यह भी कहते हैं कि वे इस मिशन को सफल बनाने में अपनी सारी पूंजी भी लगा सकते हैं।
मस्क के बारे में एक खास बात यह कही जाती है कि वे जोखिम उठाने के मामले में कभी पीछे नहीं रहते। साल 2008 में आई वैश्विक आर्थिक मंदी के समय मस्क काफी असफलताओं से जूझ रहे थे। एक वक्त ऐसा भी आया जब उन्हें अपने खर्चों के लिए दोस्तों से उधार लेना पड़ा। मस्क ने कुछ महीने पहले जन्मे अपने बेटे का नाम X Æ A-12 रखा था, जो काफी चर्चाओं में रहा था।
आइए अब मस्क की कंपनी टेस्ला की बात करते हैं। इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला के शेयरों की कीमत साल 2020 में 700 फीसद से ज्यादा बढ़ गई। इसी की बदौलत टेस्ला दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी भी बनी। जिन लोगों ने पिछले साल टेस्ला के शेयरों में निवेश किया, वे मालामाल हो गए। टेस्ला पिछले साल दिसंबर महीने में ही अमेरिका के सबसे बड़े स्टॉक इंडेक्स एस एंड पी-500 में आई है।
टेस्ला के शेयर की कीमत की बात करें, तो जून 2010 में टेस्ला के शेयर केवल 17 डॉलर प्रति शेयर की कीमत पर बाजार में आए थे। आज कंपनी के शेयर की कीमत 811 डॉलर से ज्यादा हो चुकी है। जिन निवेशकों ने शुरुआत में ही इसके शेयर खरीद लिए थे, वो मालामाल हो गए हैं।
हालांकि, मंगलवार को कंपनी के शेयर में करीब 8 फीसद की गिरावट देखने को मिली, जिससे यह 811.19 यूएस डॉलर पर ट्रेड कर रहा था। शेयर में इस गिरावट से एलन मस्क दुनिया के सबसे अमीर लोगों की फोर्ब्स की सूची में दूसरे स्थान पर फिसल गए हैं।