Alibaba ग्रुप के को-फाउंडर और चेयरमेन Jack Ma ने कंपनी से लिया रिटायरमेंट
चीन की इस ई-कॉमर्स कंपनी के को-फाउंडर व चीफ जैक मा ने अपने जन्मदिन पर कंपनी को अलविदा कहा है। आज 10 सितंबर को उनका 55 वां जन्मदिन है।
By Pawan JayaswalEdited By: Published: Tue, 10 Sep 2019 11:54 AM (IST)Updated: Tue, 10 Sep 2019 12:21 PM (IST)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। अलीबाबा ग्रुप के चेयरमेन जैक मा ने कंपनी से रिटायरमेंट ले लिया है। चीन की इस ई-कॉमर्स कंपनी के को-फाउंडर व चीफ जैक मा ने अपने जन्मदिन पर कंपनी को अलविदा कहा है। आज 10 सितंबर को उनका 55 वां जन्मदिन है। एक टीचर से एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति बनने वाले जैक मा फिर से टीचिंग प्रोफेशन में वापस जा रहे हैं। गौरतलब है कि हांगझू टीचर्स कॉलेज से इंग्लिश में ग्रैजुएशन करने वाले जैक मा ने यहीं की एक यूनिवर्सिटी में टीचर के रूप में अपने करियर की शुरुआत की थी।
जैक मा अपने रिटायरमेंट के साथ ही कंपनी की कमान डेनियल झांग को सौंप रहे हैं। डेनियल झांग इस समय कंपनी के सीईओ हैं। जैक मा के रिटायरमेंट पर ये चर्चाएं भी गर्मा रही हैं कि क्या उनके बिना अलीबाबा ग्रुप पहले की तरह ही चलेगा या फिर परिवर्तन आएंगे।
जैक मां के जीवन को देखें, तो यह काफी प्रेरणादायी रहा है। एक गरीब परिवार में जन्मे जैक मा की कहानी अपने आप में एक बड़ी सक्सेस स्टोरी है। उनका जन्म एक बेहद साधारण परिवार में हुआ था। बताया जाता है कि उनके पिता ने सिर्फ 40 डॉलर प्रति माह के रिटायरमेंट अलाउंस में परिवार का खर्चा चलाया था। उनके मां-बाप कम पढ़े-लिखे थे। उन्होंने एक अध्यापक के रूप में अपने करियर की शुरुआत की थी।
एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति बनने तक का उनका सफर संघर्षों से भरा हुआ है। उन्होंने केएफसी में भी जॉब के लिए आवेदन दिया था, लेकिन उन्हें वहां नौकरी नहीं मिल सकी। यही नहीं, जैक मा को करीब 30 कंपनियों ने जॉब देने से मना कर दिया था।
इसके बाद जैक मा ने एक कारोबारी के रूप में अपनी पहचान बनायी। जैक मा ने 21 फरवरी 1999 को अलीबाबा कंपनी की नींव रखी थी। उन्होंने इसके लिए अपने 17 दोस्तों को राजी किया था। हालांकि, शुरुआती समय में कंपनी ने मुश्किलों का सामना किया, लेकिन बाद में उनकी कंपनी ने काफी तेजी से ग्रोथ प्राप्त की।
जैक मा अपने रिटायरमेंट के साथ ही कंपनी की कमान डेनियल झांग को सौंप रहे हैं। डेनियल झांग इस समय कंपनी के सीईओ हैं। जैक मा के रिटायरमेंट पर ये चर्चाएं भी गर्मा रही हैं कि क्या उनके बिना अलीबाबा ग्रुप पहले की तरह ही चलेगा या फिर परिवर्तन आएंगे।
जैक मां के जीवन को देखें, तो यह काफी प्रेरणादायी रहा है। एक गरीब परिवार में जन्मे जैक मा की कहानी अपने आप में एक बड़ी सक्सेस स्टोरी है। उनका जन्म एक बेहद साधारण परिवार में हुआ था। बताया जाता है कि उनके पिता ने सिर्फ 40 डॉलर प्रति माह के रिटायरमेंट अलाउंस में परिवार का खर्चा चलाया था। उनके मां-बाप कम पढ़े-लिखे थे। उन्होंने एक अध्यापक के रूप में अपने करियर की शुरुआत की थी।
एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति बनने तक का उनका सफर संघर्षों से भरा हुआ है। उन्होंने केएफसी में भी जॉब के लिए आवेदन दिया था, लेकिन उन्हें वहां नौकरी नहीं मिल सकी। यही नहीं, जैक मा को करीब 30 कंपनियों ने जॉब देने से मना कर दिया था।
इसके बाद जैक मा ने एक कारोबारी के रूप में अपनी पहचान बनायी। जैक मा ने 21 फरवरी 1999 को अलीबाबा कंपनी की नींव रखी थी। उन्होंने इसके लिए अपने 17 दोस्तों को राजी किया था। हालांकि, शुरुआती समय में कंपनी ने मुश्किलों का सामना किया, लेकिन बाद में उनकी कंपनी ने काफी तेजी से ग्रोथ प्राप्त की।
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