आईटी सेक्टर में इस साल नहीं होगी नई हायरिंग, वर्क फ्रॉम होम कर रहे ज्यादातर लोग: पई
उन्होंने कहा कि अब सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए ऑफिस में प्रति व्यक्ति अधिक स्थान की आवश्यकता है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। कोरोना वायरस महामारी की वजह से भारत की सूचना प्रौद्योगिकी सेवा उद्योग को इस साल नई हायरिंग नहीं करेंगी। साथ ही आईटी सेक्टर में काम करने वाले वरिष्ठ स्तर के कर्मचारियों के वेतन में 20 से 25 फीसद कटौती की संभवाना है। आईटी उद्योग के दिग्गज टी वी मोहनदास पई ने मंगलवार को यह बात कही।
आईटी सेवाओं के प्रमुख और पूर्व इंफोसिस लिमिटेड के मुख्य वित्तीय अधिकारी ने कहा, आईटी उद्योग ने 90 फीसद से अधिक कर्मचारियों को घर से काम करने के लिए कहा है और कर्मचारी इस कोरोना काल में शानदार और अविश्वसनीय काम कर रहे हैं।
निजी इक्विटी फंड एरिन कैपिटल और मणिपाल ग्लोबल एजुकेशन के चेयरमैन ने कहा कि 25 से 30 फीसद या इससे अधिक आईटी कंपनियों के कर्मचारी कोरोना वायरस खत्म होने और लॉकडाउन की अवधि पूरी होने के बाद भी रोटेशन के आधार पर घर से काम करेंगे।
पई ने कहा कि ऐसी संभावना बहुत कम है कि आईटी सेक्टर को ऑफिस की जरूरत होगी, क्योंकि कोरोना खत्म होने के बाद भी सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने की जरूरत होगी।
उन्होंने कहा कि अब सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए ऑफिस में प्रति व्यक्ति अधिक स्थान की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि लोगों के लिए कार्यालयों में ज्यादा जगह की जरूरत होगी, इसलिए अगले एक साल के लिए ऑफिस स्पेस सेगमेंट का बाजार बहुत नरम हो सकता है, और फिर यह आगे बढ़ेगा। नौकरी जाने और वेतन में कटौती के बारे में पई ने कहा कि आईटी कंपनियां नई भर्तियां नहीं करेंगी।
पई ने कहा कि अगर लोग चले जाते हैं, तो मुझे नहीं लगता कि वे बैकलॉग भर पाएंगे, क्योंकि इस तिमाही और अगली तिमाही में बाजार नरम रह सकता है। सभी ग्राहक दूसरे देशों में हैं और उन्होंने अभी तक अपने ऑफिस नहीं खोले हैं। वे अभी भी कोरोना संकट से गुजर रहे हैं। इसलिए मुझे लगता है कि नई भर्तियां अब अगले साल होंगी।