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अगले वर्ष से पहले इकोनॉमी का सामान्य होना मुश्किल : मूडीज

अग्रणी रेटिंग एजेंसी मूडीज इंवेस्टर्स सर्विस ने गुरुवार को कहा कि कोविड-19 के कारण कंपनियों और संस्थाओं की साख में जो गिरावट आई है वह अल्पकालिक ही है। लेकिन आर्थिक गतिविधियों के मामले में दुनिया की अधिकांश अर्थव्यवस्थाएं वर्ष 2022 से पहले तक महामारी-पूर्व के स्तर पर नहीं पहुंचेंगी।

By Ankit KumarEdited By: Published: Thu, 11 Mar 2021 09:27 PM (IST)Updated: Fri, 12 Mar 2021 07:38 AM (IST)
अगले वर्ष से पहले इकोनॉमी का सामान्य होना मुश्किल : मूडीज
मूडीज ने कहा कि वर्ष 2022 तक अधिकांश अर्थव्यवस्थाएं महामारी-पूर्व की गतिविधि के स्तर पर वापस नहीं आ पाएंगी।

नई दिल्ली, पीटीआइ। अग्रणी रेटिंग एजेंसी मूडीज इंवेस्टर्स सर्विस ने गुरुवार को कहा कि कोविड-19 के कारण कंपनियों और संस्थाओं की साख में जो गिरावट आई है, वह अल्पकालिक ही है। लेकिन आर्थिक गतिविधियों के मामले में दुनिया की अधिकांश अर्थव्यवस्थाएं वर्ष 2022 से पहले तक महामारी-पूर्व के स्तर पर नहीं पहुंचेंगी। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने पिछले वर्ष 11 मार्च को ही कोविड-19 को महामारी घोषित किया था। इसके बाद से पूरे वर्ष के दौरान महामारी ने दुनियाभर की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में व्यवधान डाला है। इस वजह से ही कर्ज में गिरावट और भुगतान में चूक के मामले भी तेजी से बढ़े हैं और दुनियाभर की कई कंपनियों व संस्थाओं के समक्ष क्रेडिट रेटिंग में गिरावट का संकट गहराया है।

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कोरोना वायरस पर एक ग्लोबल रिपोर्ट में मूडीज ने कहा कि कोविड-19 से उत्पन्न साख चुनौतियां काफी हद तक मौजूद हैं। हालांकि यह स्थिति लंबे अरसे तक नहीं रहने वाली है और कंपनियों की क्रेडिट रेटिंग में सुधार होना ही है। लेकिन उन क्षेत्रों के लिए जोखिम अधिक है, जिनकी सामान्य गतिविधियों पर भी पाबंदियां लगी हुई हैं।

मूडीज ने कहा कि वर्ष 2022 तक अधिकांश अर्थव्यवस्थाएं महामारी-पूर्व की गतिविधि के स्तर पर वापस नहीं आ पाएंगी। मूडीज ने कहा कि वह धीमी वैश्विक वापसी और व्यापक आर्थिक दृष्टिकोण के आसपास अनिश्चितता सामान्य से बहुत अधिक रहने की उम्मीद करता है।

रिपोर्ट में रेटिंग एजेंसी का कहना था कि महामारी के नरम पड़ने के बाद सरकारों द्वारा उठाए गए नीतिगत कदमों से आर्थिक गतिविधियों और वित्तीय बाजारों में सुधार दिखेगा। नीति निर्माता लंबे समय तक कई अन्य मामलों में कुछ वर्षो तक आर्थिक गतिविधियों को गति देने के अनुरूप नीतियां बनाते रहेंगे।

मूडीज के मुताबिक टीकाकरण में तेजी को देखते हुए इस वर्ष महामारी की व्यापकता और संक्रमण संख्या घटेगी। इससे दुनियाभर की सरकारों को धीरे-धीरे लॉकडाउन पूरी तरह खत्म करने में मदद मिलेगी व आर्थिक गतिविधियों में और तेजी आएगी।


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