औद्योगिक उत्पादन और महंगाई के आंकड़ों पर रहेगी निवेशकों की नजर
एक हफ्ते पहले जबर्दस्त गिरावट झेलने वाली दलाल स्ट्रीट बीते हफ्ते बढ़त लेने में सफल रही
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। इस हफ्ते बाजार की चाल पर औद्योगिक उत्पादन, महंगाई और वाहन बिक्री के आंकड़ों का असर पड़ेगा। इसके अलावा गुजरात विधानसभा चुनाव भी निवेशकों की धारणा को प्रभावित करने वाला प्रमुख कारक रहेगा।
गुजरात में 89 सीटों के लिए पहले चरण का चुनाव हो चुका है। दूसरे चरण में 93 सीटों के लिए 14 दिसंबर को वोट डाले जाएंगे। नतीजे 18 दिसंबर को घोषित होंगे। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के आनंद जेम्स ने कहा कि अभी पैसा लगाने से पहले निवेशक चुनावी नतीजों को लेकर संतुष्ट होना चाहेंगे। बीता हफ्ता शेयर बाजार के लिए सुकून भरा रहा था। एक हफ्ते पहले जबर्दस्त गिरावट झेलने वाली दलाल स्ट्रीट बीते हफ्ते बढ़त लेने में सफल रही। इस दौरान बंबई शेयर बाजार (बीएसई) के सेंसेक्स में 417 अंक की तेजी आई थी। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 144 अंक की तेजी लेकर बंद हुआ था। एपिक रिसर्च के सीईओ मुस्तफा नदीम ने कहा कि वाहन बिक्री के बढ़े आंकड़ों के दम पर ऑटो सेक्टर में तेजी रहने की उम्मीद है। इसके अलावा औद्योगिक उत्पादन और महंगाई के आंकड़े भी बाजार पर असर डालेंगे। महंगाई पिछले महीने 3.59 फीसद रही थी।
शीर्ष 10 में से आठ कंपनियों का एमकैप बढ़ा
बीते हफ्ते देश की टॉप 10 में से आठ कंपनियों के बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) में 57,998.58 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई। सबसे ज्यादा फायदा हिंदुस्तान यूनीलिवर और मारुति सुजुकी को हुआ। हिंदुस्तान यूनीलिवर का एमकैप 16,092.90 करोड़ रुपये बढ़कर 2,87,161.37 करोड़ रुपय रहा। देश की सबसे बड़ी कार निर्माता मारुति सुजुकी का पूंजीकरण 13,089.13 करोड़ रुपये की वृद्धि लेकर 2,73,106.05 करोड़ रुपये रहा। इन्फोसिस, आइटीसी, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी, ओएनजीसी और एसबीआइ के एमकैप में भी वृद्धि दर्ज की गई। टीसीएस और एचडीएफसी बैंक के पूंजीकरण में समीक्षाधीन सप्ताह में गिरावट आई।
म्यूचुअल फंडों में 1.26 लाख करोड़ का निवेश
नवंबर में म्यूचुअल फंडों में 1.26 लाख करोड़ रुपये का निवेश हुआ। इस भारी भरकम निवेश के साथ म्यूचुअल फंड उद्योग की कुल परिसंपत्तियां (असेट अंडर मैनेजमेंट) 21.8 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई हैं। नवंबर के आंकड़ों के बाद चालू वित्त वर्ष के पहले आठ महीनों (अप्रैल-नवंबर) में म्यूचुअल फंड में कुल 3.8 लाख करोड़ रुपये का निवेश हो चुका है। सरकार की ओर से आर्थिक सुधार के कदमों के चलते निवेशकों की धारणा में सुधार हुआ है।
विदेशी निवेशकों ने निकाले 4,000 करोड़
बाजार में विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफपीआइ) का भरोसा डगमगाया हुआ है। इस महीने आठ तारीख तक विदेशी निवेशकों ने इक्विटी बाजार से शुद्ध 4,089 करोड़ रुपये से ज्यादा की बिकवाली की है। यह निकासी ऐसे समय में हुई है जबकि नवंबर में एफपीआइ ने बाजार में 19,728 करोड़ रुपये डाले थे।