बढ़ी ब्याज दरें घटने की उम्मीद, महंगाई से राहत, आईआईपी सुस्त
अगस्त महीने में खुदरा महंगाई दर 6.07 फीसदी से घटकर 5.05 फीसदी रही। इससे महंगाई के मोर्च पर सरकार को बड़ी राहत मिली है। आंकड़ों के मुताबिक अगस्त के महीने में खाने पीने की चीजों की महंगाई में कमी आई है
नई दिल्ली: अगस्त महीने में खुदरा महंगाई दर 6.07 फीसदी से घटकर 5.05 फीसदी रही। इससे महंगाई के मोर्च पर सरकार को बड़ी राहत मिली है। आंकड़ों के मुताबिक अगस्त के महीने में खाने पीने की चीजों की महंगाई में कमी आई है। खाने-पीने की चीजों की महंगाई दर 8.35 फीसदी से गिरकर 5.91 फीसदी रही है। ऐसे में यह माना जा रहा है कि आने वाले समय में क्रेडिट पॉलिसी की समीक्षा में आरबीआई मुख्य नीतिगत दरों में कुछ कटौती कर सकती है।
आईआईपी के आंकड़ों में दिखी गिरावट:
आईआईपी के आंकड़ों में 2.4 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। वहीं पिछले साल की समान अवधि में आईआईपी में 4.3 फीसदी का इजाफा हुआ था। जून की आईआईपी ग्रोथ में थोड़ा बदलाव किया गया है। अब यह 2.1 फीसदी से घटाकर 2 फीसदी कर दिया गया है।
क्यों आई गिरावट:
कैपिटल गुड्स और कंज्यूमर नॉन ड्यूरेबल का उत्पादन कम होने के कारण आईआईपी में गिरावट देखने को मिली है। आपको बता दें कि अप्रैल-जुलाई के महीने में आईआईपी 0.2 फीसदी की गिरावट दिखा रहा था, जबकि इसमें बीते साल इसी अवधि के दौरान करीब 3.5 फीसदी का इजाफा देखने को मिला था।
बढ़ी ब्याज दरें घटने की उम्मीद:
आरबीआई के नए गवर्नर उर्जित पटेल अगले 4 अक्टूबर को मोनेटरी पॉलिसी की अगली समीक्षा बैठक करेंगे। आईआईपी के आंकडों में आई गिरावट और खुदरा महंगाई में आई कमी के बाद रिजर्व बैंक पर रेपो रेट में कमी करने का दबाव बढ़ सकता है।