बाइडन सरकार में भारत-अमेरिका संबंधों को मिलेगी नई गति, अमेरिकी बिजनेस से जुड़े संगठनों ने जतायी उम्मीद
भारत केंद्रित शीर्ष अमेरिकी कारोबारी समूहों को उम्मीद है कि जो बाइडन के नेतृत्व वाली सरकार में भारत-अमेरिका के रिश्तों में नई तरह की ऊर्जा देखने को मिलेगी। बाइडन के पास भारत-अमेरिका संबंधों को आगे ले जाने के लिए कई दशक का अनुभव है।
वाशिंगटन, पीटीआइ। भारत केंद्रित शीर्ष अमेरिकी कारोबारी समूहों को उम्मीद है कि जो बाइडन के नेतृत्व वाली सरकार में भारत-अमेरिका के रिश्तों में नई तरह की ऊर्जा देखने को मिलेगी। बाइडन के पास भारत-अमेरिका संबंधों को आगे ले जाने के लिए कई दशक का अनुभव है। यूएस इंडिया बिजनेस काउंसिल की अध्यक्ष निशा देसाई बिस्वाल ने कहा, ''हमें उम्मीद है कि उनके नेतृत्व में भारत पर लगातार ध्यान दिया जाएगा और भारत एवं हिन्द-प्रशांत को लेकर उनका रुख काफी व्यापक होगा, जो रणनीतिक, सुरक्षा और आर्थिक मद्दों, जलवायु, स्वास्थ्य, शिक्षा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी से जुड़ा हुआ हो सकता है।''
ओबामा सरकार के दूसरे कार्यकाल में दक्षिण एवं मध्य एशिया के लिए असिस्टेंट सेक्रेटरी ऑफ स्टेट के पद पर रह चुकीं बिस्वाल ने भारत-अमेरिका के रिश्तों को आगे ले जाने में काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभायी थी।
यूएस इंडिया स्ट्रेटेजिक एंड पार्टनरशिप फोरम (USISPF) से जुड़े मुकेश अघी ने कहा कि बिडेन-हैरिस सरकार में भारत-अमेरिका के बीच साझेदारी में स्थिरता आएगी।
अघी ने उम्मीद जतायी कि भारत को लेकर नई सरकार बहुपक्षीय रुख अपनाएगी।
अघी ने एक सवाल के जवाब में कहा, ''यह (नई सरकार) भारत के साथ दोस्ताना व्यवहार करेगी एवं ट्रेड डील तथा H1B को लेकर उसका रुख काफी मित्रवत रहने की उम्मीद है।''
बिस्वाल ने कहा कि अमेरिका-भारत के संबंधों में लगातार मजबूती आई है और पिछले दो दशक में द्विपक्षीय संबंध और गहरे हुए हैं।
उन्होंने कहा, ''अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति बाइडन के पास भारत-अमेरिका के रिश्तों को आगे ले जाने को लेकर कई दशक का अनुभव है। ओबामा सरकार के दौरान अमेरिका-भारत के रणनीतिक रिश्तों को मजबूती देने में उन्होंने अहम भूमिका निभायी थी।''
बिस्वाल ने कहा कि यह सभी अमेरिकी के लिए काफी उत्साह से भरा दिन है लेकिन अमेरिका में रह रहे भारतीय-अमेरिकी मूल के लोगों के लिए यह और भी खास है।