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अप्रत्यक्ष कर संग्रह अनुमान से अधिक

वित्त वर्ष 2014-15 के दौरान अप्रत्यक्ष कर संग्रह संशोधित अनुमान से 4,000 करोड़ रुपए अधिक रहा।

By Shashi Bhushan KumarEdited By: Published: Thu, 02 Apr 2015 05:28 PM (IST)Updated: Thu, 02 Apr 2015 05:29 PM (IST)
अप्रत्यक्ष कर संग्रह अनुमान से अधिक

नई दिल्ली। 31 मार्च को समाप्त वित्त वर्ष के दौरान अप्रत्यक्ष कर संग्रह संशोधित अनुमान से 4,000 करोड़ अधिक यानी 5.46 लाख करोड़ रुपए रहा।

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एक आधिकारिक बयान के मुताबिक अस्थाई रिपोर्ट के आधार पर 31 मार्च तक कुल अप्रत्यक्ष कर संग्रह 5,46,479 करोड़ रुपए रहा, जबकि संशोधित अनुमान 5,42,325 करोड़ रुपए का था। हालांकि, 2014-15 के लिए अप्रत्यक्ष कर संग्रहण का संशोधित अनुमान 6,24,902 करोड़ रुपए के बजट अनुमान से 82,577 करोड़ रुपए कम है।

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कई मौकों पर कहा था कि 2014-15 के दौरान 6.24 लाख करोड़ रुपए का अप्रत्यक्ष कर संग्रह का लक्ष्य चुनौतीपूर्ण है। वित्त वर्ष 2014-15 के अस्थायी आंकड़े 2013-14 के 4,97,061 करोड़ रुपए के वास्तविक संग्रह से 9.9 प्रतिशत अधिक हैं।

औद्योगिक बेहतरी के संकेत

अप्रत्यक्ष कर संग्रह में बढ़ोतरी को औद्योगिक उत्पादन से जोड़ा जाता है। वित्त वर्ष 2014-15 की अप्रैल से जनवरी तक की अवधि में औद्योगिक उत्पादन में मात्र 2.5 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है। हालांकि, अप्रत्यक्ष कर संग्रह में उत्पाद और सीमा शुल्क संग्रह का अलग-अलग ब्योरा नहीं मिला है, लेकिन कर संग्रह संशोधित अनुमान से अधिक रहने की वजह से सरकार को राजकोषीय घाटे को सकल घरेलू उत्पादन (जीडीपी) के 4.1 फीसदी के स्तर पर बनाए रखने में सहूलियत होगी।

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