भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 3.8 अरब डॉलर चढ़कर 541.43 अरब डॉलर के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा
Indias Foreign Exchange Reservesभारतीय रिज़र्व बैंक के मुताबिक 28 अगस्त को खत्म सप्ताह के दौरान विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों (FCA) में बड़ी बढ़त हुई। PC Pixabay
मुंबई, पीटीआइ। देश का विदेशी मुद्रा भंडार 28 अगस्त को खत्म हुए सप्ताह के दौरान 3.883 अरब डॉलर चढ़कर 541.431 अरब डॉलर के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। इससे पहले 21 अगस्त को खत्म सप्ताह के दौरान यह 2.296 अरब डॉलर चढ़कर 537.538 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंचा था। विदेशी मुद्रा भंडार ने इस वर्ष पांच जून को खत्म सप्ताह के दौरान पहली बार 500 अरब डॉलर पार करने का रिकॉर्ड बनाया था।
भारतीय रिज़र्व बैंक के मुताबिक, 28 अगस्त को खत्म सप्ताह के दौरान विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों (FCA) में बड़ी बढ़त हुई। इसके चलते विदेशी मुद्रा भंडार रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा। समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान एफसीए में 3.925 अरब डॉलर का उछाल आया। एफसीए में डॉलर को छोड़ यूरो, पाउंड व अन्य मुद्राओं के भंडार में उतार-चढ़ाव को शामिल किया जाता है। इसकी गणना भी डॉलर में ही होती है। समीक्षाधीन सप्ताह के आखिर में देश का स्वर्ण भंडार 6.4 करोड़ डॉलर फिसलकर 37.2 अरब डॉलर मूल्य का रह गया।
यहां बता दें कि भारत का विदेशी मुद्रा भंडार सार्क देशों में सबसे बेहतर है। विश्व बैंक की रिपोर्ट के अनुसार, बीते छह दशकों में भारत के रिज़र्व भंडार में काफी बढ़ोत्तरी हुई है। भारत का 1960 में कुल रिजर्व भंडार 67 करोड़ डॉलर था जो 2020 में बढ़कर 541.431 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गया है।
बीते कुछ सालों से तो भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में तेजी से वृद्धि हुई है। भारत ने विदेशी मुद्रा भंडार के मामले में रूस और दक्षिण कोरिया को भी पीछे छोड़ दिया है। चीन और जापान जैसे देश ही विदेशी मुद्रा भंडार के मामले में सबसे आगे हैं। गौरतलब है कि लॉकडाउन के दौरान भारत का विदेशी मुद्रा भंडार तेजी से बढ़ा है।