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कपड़ों की वेबसाइट बेच रही मास्क, जिम कराने वाले सीखा रहे ऑनलाइन योग; लॉकडाउन में Startups के अनूठे प्रयोग

कोरोनावायरस की वजह से लागू लॉकडाउन ने स्टार्टअप कंपनियों के लिए नई तरह की चुनौतियां खड़ी कर दी है। (PC Paixabay)

By Ankit KumarEdited By: Published: Mon, 11 May 2020 02:36 PM (IST)Updated: Mon, 11 May 2020 06:27 PM (IST)
कपड़ों की वेबसाइट बेच रही मास्क, जिम कराने वाले सीखा रहे ऑनलाइन योग; लॉकडाउन में Startups के अनूठे प्रयोग
कपड़ों की वेबसाइट बेच रही मास्क, जिम कराने वाले सीखा रहे ऑनलाइन योग; लॉकडाउन में Startups के अनूठे प्रयोग

बेंगलुरु, रायटर। कोरोनावायरस की वजह से लागू लॉकडाउन का असर स्टार्टअप कंपनियों पर बहुत अधिक पड़ा है। हालांकि, कई भारतीय Startups इस संकट के वक्त अपने ऑपरेशनल खर्च को निकालने कई तरह के अनूठे तरीके निकाल रहे हैं। समिक सरकार की कहानी भी कुछ इसी तरह की है। कोरोना संकट से पहले कपड़े के ऑनलाइन स्टोर के जरिए वह ठीक-ठाक मुनाफा कमा रहे थे लेकिन इस संकट की वजह से उन्हें रातों-रात अपने बिजनेस को नई दिशा देनी पड़ी। सरकार ने इस बारे में बताया कि लॉकडाउन घोषित होने के बाद उन्होंने मास्क की बिक्री शुरू कर दी क्योंकि उन्हें अपने कर्मचारियों को वेतन देने के लिए कैश की व्यवस्था करनी थी। 

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दरअसल, यह सिर्फ एक स्टार्टअप की कहानी है लेकिन हकीकत ये है कि कोरोनावायरस की वजह से लागू लॉकडाउन ने इन स्टार्टअप कंपनियों के लिए नई तरह की चुनौतियां खड़ी कर दी है, जो विस्तार के लिए धन जुटाने में लगी थी। भारत की E-Commerce कंपनी Flipkart की सफलता की वजह से अमेरिका और चीन सहित कई देशों की वेंचर कैपिटल से जुड़ी कंपनियां भारतीय स्टार्टअप कंपनियों में जमकर निवेश कर रही थीं लेकिन स्थिति अब पूरी तरह बदली हुई नजर आ रही है।  

जिम से जुड़ी कंपनी चला रही वर्चुअल योग क्लास

बेंगलुरु की फिटनेस से जुड़ी कंपनी Cure.fit को लॉकडाउन की वजह से अपने जिम और हेल्थ क्लीनिक बंद करने पड़े हैं। कंपनी अब वर्चुअल योग क्लासेज और ग्रॉसरी की होम डिलिवरी के जरिए खुद को बाजार में बनाए रखने की कोशिश में जुटी है। 

फिल्म, थिएटर जैसे शो की ऑनलाइन टिकट बिक्री से जुड़ी कंपनी BookMyShow इंस्टाग्राम के लाइव परफॉर्मेंस को प्रमोट कर रही है। कंपनी अपने यूजर्स को इंगेज रखने के लिए यह कवायद कर रही है।  

वहीं, कपड़ों के ऑनलाइन रिटेलर सरकार को लगता है कि लॉकडाउन खत्म होने के बाद उनके ऑनलाइन स्टोर 'Rustorange' पर मांग लॉकडाउन लागू होने से पहले की तुलना में 50 फीसद के आसपास रह जाएगी। सरकार की कंपनी में 35-40 फुलटाइम कर्मचारी हैं, वहीं 70 पार्ट-टाइम कर्मचारी हैं। उन्होंने कहा कि उनके पास एकाध महीने का कैश बचा है। इस समय कंपनी का अस्तित्व बचाने के लिए वह पहले के अपने अनुभव का इस्तेमाल कर रहे हैं।


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