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रुपये में आया बड़ा सुधार, जानिए अब कितने का हो गया एक डॉलर

बुधवार को रुपया डॉलर के मुकाबले 61 पैसे मजबूत होकर 72.37 के स्तर पर पहुंच गया था

By Praveen DwivediEdited By: Published: Thu, 20 Sep 2018 10:01 AM (IST)Updated: Thu, 20 Sep 2018 10:01 AM (IST)
रुपये में आया बड़ा सुधार, जानिए अब कितने का हो गया एक डॉलर
रुपये में आया बड़ा सुधार, जानिए अब कितने का हो गया एक डॉलर

नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में मजबूती जारी है। गुरुवार के कारोबार में 9 बजकर 50 मिनट पर रुपया 72.37 पर कारोबार करता देखा गया। बुधवार को रुपया डॉलर के मुकाबले 61 पैसे मजबूत होकर 72.37 के स्तर पर पहुंच गया था। यह मार्च 2017 के बाद रुपये में आया सबसे बड़ा सुधार है। गौरतलब है कि इसी हफ्ते रुपया 72.99 का स्तर छू चुका है।

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सितंबर तिमाही में किस स्तर को छू सकता है रुपया?

केडिया कमोडिटी के प्रमुख अजय केडिया ने बताया कि रुपये की स्थिति अभी भी चिंताजनक है। अगर सितंबर तिमाही की बात करें तो रुपया 73.67 से 74 की रेंज में कारोबार करता नजर आ सकता है। वहीं अगर साल 2018 की बात करें तो रुपया 75 का स्तर भी छू सकता है।

जानिए रुपए की मजबूती से आम आदमी को कौन से 4 बड़े फायदे होंगे...

सस्ता होगा विदेश घूमना: रुपए के मजबूत होने से वो लोग खुश हो सकते हैं जिन्हें विदेश की सैर करना काफी भाता है। क्योंकि अब रुपए के मजबूत होने से आपको हवाई किराए के लिए पहले के मुकाबले थोड़े कम पैसे खर्च करने होंगे। फर्ज कीजिए अगर आप न्यूयॉर्क की हवाई सैर के लिए 3000 डॉलर की टिकट भारत में खरीद रहे हैं तो अब आपको कम भारतीय रुपए खर्च करने होंगे।

विदेश में बच्चों की पढ़ाई होगी सस्ती: अगर आपके बच्चे विदेश में पढ़ाई कर रहे हैं तो रुपए का मजबूत होना आपके लिए एक अच्छी खबर है। क्योंकि अब आपको पहले के मुकाबले थोड़े कम पैसे भेजने होंगे। मान लीजिए अगर आपका बच्चा अमेरिका में पढ़ाई कर रहा है, तो अभी तक आपको डॉलर के हिसाब से ही भारतीय रुपए भेजने पड़ते थे। यानी अगर डॉलर मजबूत है तो आप ज्यादा रुपए भेजते थे, लेकिन अब आपको डॉलर के कमजोर (रुपए के मजबूत) होने से कम रुपए भेजने होंगे। तो इस तरह से विदेश में पढ़ रहे बच्चों की पढ़ाई भारतीय अभिभावकों को राहत दे सकती है।

क्रूड ऑयल होगा सस्ता तो थमेगी महंगाई: डॉलर के कमजोर होने से क्रूड ऑयल सस्ता हो सकता है। यानी जो देश कच्चे तेल का आयात करते हैं, उन्हें अब पहले के मुकाबले (डॉलर के मुकाबले) कम रुपए खर्च करने होंगे। भारत जैसे देश के लिहाज से देखा जाए तो अगर क्रूड आयल सस्ता होगा तो सीधे तौर पर महंगाई थमने की संभावना बढ़ेगी। आम उपभोक्ताओं के खाने-पीने और अन्य जरूरी सामानों की आपूर्ति परिवहन माध्यम से की जाती है, इसलिए महंगाई थम सकती है।

डॉलर में होने वाले सभी पेमेंट सस्ते हो जाएंगे: वहीं अगर डॉलर कमजोर होता है तो डॉलर के मुकाबले भारत जिन भी मदों में पेमेंट करता है वह भी सस्ता हो जाएगा। यानी यह भी भारत के लिए एक राहत भरी खबर है।


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