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भारतीय बैंकों की बैलेंस शीट मजबूत करने के लिए 7 अरब डॉलर की अतिरिक्त पूंजी की है जरूरत : फिच

बैंकों के बैलेंसशीट को दुरूस्त करने के लिए और कर्ज वितरण को सुनिश्चित करने के लिए अधिक धन की जरूरत है।

By NiteshEdited By: Published: Tue, 03 Dec 2019 03:44 PM (IST)Updated: Tue, 03 Dec 2019 04:01 PM (IST)
भारतीय बैंकों की बैलेंस शीट मजबूत करने के लिए 7 अरब डॉलर की अतिरिक्त पूंजी की है जरूरत : फिच
भारतीय बैंकों की बैलेंस शीट मजबूत करने के लिए 7 अरब डॉलर की अतिरिक्त पूंजी की है जरूरत : फिच

नई दिल्ली, पीटीआइ। भारतीय बैंकों को बैड लोन और कर्ज वृद्धि के समर्थन के लिए 2020-21 तक अतिरिक्त 7 बिलियन अमेरिकी डॉलर (50,000 करोड़ रुपये) इक्विटी की आवश्यकता है, फिच रेटिंग्स ने मंगलवार को यह बात कही। फिच ने कहा कि धीमी अर्थव्यवस्था को जोड़ने से परिसंपत्ति-गुणवत्ता का विस्तार हो सकता है। 'एशिया-पैसिफिक इमर्जिंग मार्केट बैंकों' के लिए अपने 2020 के आउटलुक में रेटिंग एजेंसी ने भारतीय बैंकों के लिए नेगेटिव आउटलुक रखा है, हालांकि, रेटिंग एजेंसी ने पिछले दिनों चल रही पूंजी आवश्यकताओं और कमजोर प्रदर्शन के बावजूद सुधार की गुंजाइश जारी रखी है। फिच ने कहा कि अधिकांश भारतीय बैंकों के लिए रेटिंग आउटलुक भारत के संप्रभु रेटिंग पर स्थिर दृष्टिकोण को दर्शाता है।

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रेटिंग एजेंसी ने कहा कि गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों पर दबाव के साथ वृहद आर्थिक मोर्चे से जुड़ी चिंताओं के कारण सरकारी बैंकों की एसेट क्वालिटी से जुड़ी चुनौतियां बढ़ गई हैं। ये बैंक पहले से पूंजी की कमी, फंसे हुए कर्ज की वसूली में देरी और आय की कमी से जूझ रहे हैं। बैंकों के बैलेंसशीट को दुरूस्त करने के लिए और कर्ज वितरण को सुनिश्चित करने के लिए अधिक धन की जरूरत है। 


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