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मंगोलिया में 2022 तक तैयार हो जाएगा तेल शोधक कारखाना, भारत ने की है एक अरब डॉलर की मदद

मंगोलिया में भारत की मदद से तेल रिफायनरी स्थापित की जा रही है। भारत इसमें एक अरब डॉलर की मदद दे रहा है।

By NiteshEdited By: Published: Sat, 21 Sep 2019 03:36 PM (IST)Updated: Sat, 21 Sep 2019 03:36 PM (IST)
मंगोलिया में 2022 तक तैयार हो जाएगा तेल शोधक कारखाना, भारत ने की है एक अरब डॉलर की मदद
मंगोलिया में 2022 तक तैयार हो जाएगा तेल शोधक कारखाना, भारत ने की है एक अरब डॉलर की मदद

नई दिल्ली, पीटीआइ। मंगोलिया में भारत की मदद से तेल रिफायनरी स्थापित की जा रही है। भारत इसमें एक अरब डॉलर की मदद दे रहा है। यह रिफायनरी दिसंबर 2022 तक तैयार कर ली लाएगी। केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि इस तेल शोधक संयंत्र से मंगोलिया की ईंधन की तीन चौथाई जरूरत इसी से पूरी होने लगेगी।

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बता दें कि प्रधान मंगोलिया के राष्ट्रपति खल्तमागिन बात्तुग्ला के साथ भारत यात्रा पर आए वहां के एक व्यावसायिक प्रतिनिधिमंडल के साथ हुई बैठक को संबोधित कर रहे थे। राष्ट्रपति बत्तुगला पांच दिन की भारत यात्रा पर हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 2015 की मंगोलिया यात्रा द्विपक्षीय संबंधों में एक नया बदलाव लाने वाली थी। प्रधान ने कहा कि मंगोलिया में निर्माणाधीन यह कारखाना दोनों देशों की दोस्ती का चमकता नमूना है। इसकी क्षमता 15 लाख टन वार्षिक की होगी।

भारत की सरकारी कंपनी इंजीनियर्स इंडिया लि (ईआईएल) इस प्रतिष्ठित परियोजना के लिए परामर्श सेवाएं दे रही है। इस कारखाने को दिसंबर 2022 तक पूरा कर लिया जाएगा। राष्ट्रपति बत्तुलगा ने कहा कि मोदी की मंगोलिया यात्रा के दौरान भारत ने उनके देश को रिफायनरी लगाने को एक अरब डॉलर का आसान शर्तों वाला कर्ज दिया था। इस समय इस कारखाने के लिए सड़क, रेल लाइन और बिजली लाइनों का निर्माण किया जा रहा है। 


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