ई-कॉमर्स और कंज्यूमर ट्रेंड वाली वैश्विक कंपनियों में करना चाहते हैं निवेश, जानिए कौन से ऑप्शन हैं मौजूद
आज के समय में सबकुछ डिजिटल हो रहा है। पढ़ाई से लेकर खरीदी तक ऑनलाइन हो रही है। दूसरी ओर लोगों का फ्री समय ओटीटी पर बीत रहा है जबकि फेसबुक और ट्विटर एवं अन्य सोशल मीडिया वेबसाइट्स पर भी लोग काफी समय व्यतीत कर रहे हैं।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। आज के समय में सबकुछ डिजिटल हो रहा है। पढ़ाई से लेकर खरीदी तक ऑनलाइन हो रही है। दूसरी ओर, लोगों का फ्री समय ओटीटी पर बीत रहा है जबकि फेसबुक और ट्विटर एवं अन्य सोशल मीडिया वेबसाइट्स पर भी लोग काफी समय व्यतीत कर रहे हैं। घर में लोग ऑनलाइन गेमिंग भी डिजिटल देख रहे हैं। डिजिटल लाइफ स्टाइल लोगों की आदत बन रही है। पूरी दुनिया में इस तरह की गेमिंग, ऑन लाइन, ई-कॉमर्स, इंटरटेनमेंट, इंटरनेट सेवा जैसी कंपनियां लोगों के घर-घर तक पहुंच चुकी हैं। इसमें प्रमुख कंपनियों की बात करें तो अमेजन, नेटफ्लिक्स, उबर, इलेक्ट्रॉनिक्स आर्टस आदि हैं। ये सभी टेक्नोलॉजी पर आधारित कंपनियां हैं।
इन सभी की सेवाओं का हम भारत में उपयोग तो करते हैं, पर इनकी कंपनियों में हम भारत में निवेश नहीं कर सकते हैं। इसकी वजह यह है कि ये कंपनियां भारत में लिस्टेड नहीं हैं। अगर आप ग्लोबल कंज्यूमर ट्रेंड और ई-कॉमर्स कंपनियों के शेयरों में निवेश करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको विशेष म्यूचुअल फंड में निवेश के बारे में गौर करना होगा।
Invesco Mutual Fund ने इसी चीज को ध्यान में रखते हुए इन्वेस्को ग्लोबल कंज्यूमर ट्रेंड्स फंड ऑफ फंड को लांच किया है। इस फंड में निवेश का विकल्प चार दिसंबर से और 18 दिसंबर तक के लिए उपलब्ध है। एनएफओ के दौरान कम-से-कम 1,000 रुपए का निवेश किया जा सकता है।
कंपनी की ओर से इस संबंध में एक प्रेस विज्ञप्ति जारी किया गया है। इसके मुताबिक यह एक ओपन एंडेड फंड ऑफ फंड स्कीम है, जो इन्वेस्को ग्लोबल कंज्यूमर ट्रेंड्स फंड में निवेश करेगी। यह फंड अपनी असेट का 95 से 100 पर्सेंट तक इन्वेस्को ग्लोबल कंज्यूमर ट्रेंड फंड में निवेश करेगा।
कंपनी के सीईओ सौरभ नानावटी कहते हैं कि हम ढेर सारी ऐसी कंपनियों की सेवा का उपयोग करते हैं पर हम इनमें निवेश का फायदा नहीं ले पाते हैं। क्योंकि यह कंपनियां यहां लिस्टेड नहीं हैं। निवेशकों को भौगोलिक आधार पर डाइवर्सिफिकेशन करना चाहिए। एक फर्म के रूप में हम भारत में अपने निवेशकों के लिए निवेश की अलग रणनीति अपनाते हैं ताकि वे हमारे पैरेंट्स कंपनी के निवेश की क्षमता का लाभ उठा सकें।