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आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल ने खुद के क्रेडिट फंड में किया 334 करोड़ का निवेश

आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल असेट मैनेजमेंट कंपनी ने अपने क्रेडिट रिस्क फंड में 334 करोड़ रुपये का निवेश किया है।

By Manish MishraEdited By: Published: Mon, 27 Jan 2020 05:35 PM (IST)Updated: Mon, 27 Jan 2020 05:35 PM (IST)
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल ने खुद के क्रेडिट फंड में किया 334 करोड़ का निवेश
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल ने खुद के क्रेडिट फंड में किया 334 करोड़ का निवेश

नई दिल्‍ली, बिजनेस डेस्‍क। म्‍युचुअल फंड कंपनी आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल असेट मैनेजमेंट कंपनी ने अपने क्रेडिट रिस्क फंड में 334 करोड़ रुपये का निवेश किया है। कंपनी ने अपने नेटवर्थ में से 256 करोड़ रुपये दिसंबर में और 78 करोड़ रुपये अक्टूबर महीने में निवेश किए। इसका कुल नेटवर्थ सितंबर 2019 तक 1,262 करोड़ रुपये रहा है। वैल्यू रिसर्च ने आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल के क्रेडिट रिस्क फंड को दिसंबर में 5 स्टार की रेटिंग दी थी। 

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आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्‍युचुअल फंड के एमडी एवं सीईओ निमेश शाह निवेशकों को यह सलाह देते हैं कि वे एसेट अलोकेशन कटेगरी का पालन करें जो उनके जोखिम पर आधारित हो और इसमें डेट और क्रेडिट रिस्क फंड भी शामिल हों।  

निमेश शाह कहते हैं कि आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल के रूप में हमने रिस्क मैनेजमेंट प्रैक्टिस और निवेश प्रक्रिया में ढेर सारे मूल्यों और विश्वासों को स्थापित किया है जिसका हम उपयोग करते हैं। 

एनबीएफसी में ढेर सारे संकटों और डिफॉल्ट के बावजूद आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल की एक भी स्कीम पिछले 20 सालों में डिफॉल्ट नहीं की है। आंकड़ों के अनुसार, इस फंड ने पिछले 6 महीनों में 10.14 फीसदी जबकि एक साल में 9.49 फीसदी का रिटर्न दिया है इसी अवधि में इसके प्रतिस्पर्धी फंडों ने औसतन 4.79 फीसदी तथा 4.83 फीसदी का रिटर्न दिया है।

क्रेडिट रिस्क फंड डेट की वह कैटेगरी होती है जो पोर्टफोलियो का कम से कम 65 फीसदी हिस्सा एए से कम रेटिंग वाले पेपरों में निवेश करती है। सेबी की परिभाषा के अनुसार, क्रेडिट रिस्क फंड एक ओपेन एंडेड डेट स्कीम होती है जो कम रेटिंग वाले कॉर्पोरेट बांड्स में निवेश करती है। इसका मतलब यह कि स्कीम ज्यादा जोखिम लेकर अच्छा ब्याज दे सकती है। कम रेटिंग वाले पेपर इसलिए ज्यादा रिटर्न देते हैं क्योंकि उनकी रेटिंग बढ़ती भी है। हालांकि यह भी जोखिम होता है कि वे पेपर डाउनग्रेड या डिफॉल्ट भी हो जाएं, जैसा कि हाल में देखा गया है।


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