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ICICI Bank को जून तिमाही में जबरदस्त लाभ; शुद्ध मुनाफा 36 फीसद बढ़ा, NPA में भी आई कमी

अप्रैल-जून 2020 तिमाही में बैंक का शुद्ध NPA आलोच्य तिमाही में घटकर 1.23 फीसद पर रह गया। (PC ICICI Bank)

By Ankit KumarEdited By: Published: Sat, 25 Jul 2020 05:52 PM (IST)Updated: Sun, 26 Jul 2020 10:10 AM (IST)
ICICI Bank को जून तिमाही में जबरदस्त लाभ; शुद्ध मुनाफा 36 फीसद बढ़ा, NPA में भी आई कमी
ICICI Bank को जून तिमाही में जबरदस्त लाभ; शुद्ध मुनाफा 36 फीसद बढ़ा, NPA में भी आई कमी

नई दिल्ली, पीटीआइ। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में प्राइवेट सेक्टर के ICICI Bank का एकल आधार पर शुद्ध लाभ 36 फीसद की भारी वृद्धि के साथ 2,599 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। बैंक को पिछले साल अप्रैल-जून तिमाही के दौरान 1,908 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था। बैंक ने शेयर बाजार को जानकारी दी है कि इस साल अप्रैल-जून तिमाही के दौरान बैंक को 26,066 करोड़ रुपये की आमदनी हुई। पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में बैंक को 21,405.50 करोड़ रुपये की कुल आय हुई थी। वहीं, आलोच्य तिमाही में एकीकृत आधार पर बैंक का शुद्ध लाभ 24 फीसद की बढ़ोत्तरी के साथ 3,117.68 करोड़ रुपये पर रहा। पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में यह आंकड़ा 2,513.69 करोड़ रुपये पर था। 

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इस साल अप्रैल-जून तिमाही में एकीकृत आधार पर बैंक की आमदनी बढ़कर 37,939.32 करोड़ रुपये हो गई। पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में यह आंकड़ा 33,868.89 करोड़ रुपये पर था।  

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आलोच्य तिमाही के दौरान बैंक ने ICICI Lombard General Insurance Company Limited के 3.96 फीसद और ICICI Prudential Life Insurance Company Limited के 1.50 फीसद शेयर कुल 3,092.93 करोड़ रुपये में बेच दिए।  

NPA में आई कमी

इस साल अप्रैल-जून तिमाही के दौरान बैंक की संपत्ति की गुणवत्ता में भी सुधार देखने को मिला। जून, 2020 के अंत में कुल लोन के मुकाबले बैंक की सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (NPAs) घटकर 5.46 फीसद पर रह गईं। पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में बैंक का सकल NPA 6.49 फीसद पर था। दूसरी ओर बैंक का शुद्ध NPA आलोच्य तिमाही में घटकर 1.23 फीसद पर रह गया। एक साल पहले बैंक का शुद्ध एनपीए 1.77 फीसद पर था। 

हालांकि, आलोच्य तिमाही में बैंक को फंसे हुए कर्ज के बदले प्रोविजन को लगभग दोगुना तक बढ़ाकर 7,593.95 करोड़ रुपये करना पड़ा। इससे पहले की तिमाही में यह आंकड़ा 3,495.73 करोड़ रुपये पर था। 


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