ऑनलाइन खरीदारी वाले ग्राहक चाहते हैं भारी डिस्काउंट, प्रस्तावित ई-कॉमर्स नियम ग्राहकों के हितों के खिलाफ: IAMAI
Localcircles सर्वे के अनुसार ऑनलाइन खरीदारी को ज्यादातर ग्राहक आसान और सस्ता मानते हैं। सर्वे में शामिल लोगों का कहना था कि ऑनलाइन सेल्स में खरीदारी करना सस्ता है और इससे बचत होती है। ऐसे कठिन समय में यह काफी महत्वपूर्ण है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। उद्योग संगठन IAMAI का कहना है कि सरकार द्वारा प्रस्तावित ई-कॉमर्स नियम से ई-कॉमर्स कंपनियों के अलावा ऑनलाइन खुदरा विक्रेताओं को मुश्किल पैदा होगी। उसने कहा कि इससे सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यमों (MSME) के लिए भारी अनिश्चितता पैदा होगी और उपभोक्ता हित नकारात्मक रूप से प्रभावित हो सकते हैं।
यह भी पढ़ें: आपके Aadhaar का कहीं गलत इस्तेमाल तो नहीं हुआ, घर बैठे ऐसे लगाएं पता
मालूम हो कि सरकार ने जो नया प्रस्ताव लाया है उसमें ई-कॉमर्स मंचों पर धोखाधड़ी वाली तेज बिक्री (फ्लैश सेल) और माल एवं सेवाओं की गलत बिक्री पर रोक लगाने की बात कही गई है। ये मसौदा 21 जून को जारी हुआ था। ऐसा माना जा रहा है कि इन बदलाव से ऑनलाइन साइटों की छूट या सेल्स पर रोक लग सकती है।
यह भी पढ़ें: Mobile App के जरिये लोन लेने से फर्जीवाड़े की आशंका ज्यादा, इन बातों का रखें ख्याल
उधर, Localcircles की और से एक सर्वे में ज्यादातर उपभोक्ता E-Commerce Companies की ओर से दी जाने वाली भारी डिस्काउंट चाहते हैं। सर्वे में शामिल 72 फीसद उपभोक्ताओं का कहना है कि सरकार ई-कॉमर्स कंपनियों की ओर से दी जाने छूट पर रोक न लगाए और न ही उनकी सेल्स की पेशकश में कोई हस्तक्षेप करे।
इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (IAMAI) ने नियमों के मसौदे पर कहा कि प्रस्तावित संशोधन से ई-कॉमर्स व्यवसाय पर बुरा प्रभाव पड़ेगा साथ ही उपभोक्ताओं के लिए भी यह सही नहीं होगा।
इसमें कहा गया कि सभी ई-कॉमर्स मॉडल में इन संशोधनों/नियमों का एक समान इस्तेमाल संभव नहीं होगा। यह व्यवसायों के साथ-साथ उपभोक्ताओं को भी प्रभावित करेगा।
Localcircles सर्वे के अनुसार, ऑनलाइन खरीदारी को ज्यादातर ग्राहक आसान और सस्ता मानते हैं। सर्वे में शामिल लोगों का कहना था कि ऑनलाइन सेल्स में खरीदारी करना सस्ता है और इससे बचत होती है। ऐसे कठिन समय में यह काफी महत्वपूर्ण है।