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Honda Motorcycle स्थायी कर्मचारियों के लिए लेकर आई VRS, इस रैंक के अधिकारियों को नहीं मिलेगा इसका फायदा

दोपहिया बनाने वाली दिग्गज कंपनी Honda Motorcycle and Scooter India (HMSI) ने स्थायी कर्मचारियों के लिए स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) से जुड़ी एक योजना पेश की है। कंपनी बाजार की चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए यह योजना लेकर आयी है।

By Ankit KumarEdited By: Published: Wed, 06 Jan 2021 05:25 PM (IST)Updated: Thu, 07 Jan 2021 07:03 AM (IST)
Honda Motorcycle स्थायी कर्मचारियों के लिए लेकर आई VRS, इस रैंक के अधिकारियों को नहीं मिलेगा इसका फायदा
कम्युनिकेशन के मुताबिक डायरेक्टर रैंक के अधिकारी इस स्कीम के तहत स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति नहीं ले पाएंगे।

नई दिल्ली, पीटीआइ। दोपहिया बनाने वाली दिग्गज कंपनी Honda Motorcycle and Scooter India (HMSI) ने स्थायी कर्मचारियों के लिए स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) से जुड़ी एक योजना पेश की है। कंपनी बाजार की चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए यह योजना लेकर आयी है। कंपनी की ओर से जारी एक नोटिस में ऐसा कहा गया है। कंपनी के प्रबंधन द्वारा मानेसर इकाई के कर्मचारियों को भेजे गए कम्युनिकेशन में कहा गया है कि यह वीआरएस स्कीम पांच जनवरी से 23 जनवरी तक के लिए है। यह योजना निदेशक स्तर के अधिकारियों को छोड़कर अन्य स्थायी कर्मचारियों के लिए है। 

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31 जनवरी, 2021 तक जिन स्थायी कर्मचारियों की सेवा अवधि 10 साल से ज्यादा हो जाएगी या जिनकी आयु 40 वर्ष से ज्यादा हो जाएगी, वे इस वीआरएस स्कीम को चुन पाएंगे। 

कम्युनिकेशन के मुताबिक डायरेक्टर रैंक के अधिकारी इस स्कीम के तहत स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति नहीं ले पाएंगे। 

इस स्कीम के मुताबिक सीनियर मैनेजर-वाइस प्रेसिडेंट और पर्मानेंट वर्कमैन अधिकतम 72 लाख रुपये प्राप्त कर पाएंगे। इसी तरह मैनेजर को अधिकतम 67 लाख रुपये, डिप्टी मैनेजर को 48 लाख, असिसटेंट मैनेजर को 36 लाख रुपये, सीनियर एक्जीक्यूटिव को 31 लाख, एक्जीक्यूटिव को 27 लाख रुपये और असिस्टेंट मैनेजर को 15 लाख रुपये मिलेंगे। 

कंपनी ने कहा है कि इस स्कीम को अपनाने वाले पहले 400 कर्मचारियों को पांच लाख रुपये की अतिरिक्त धनराशि दी जाएगी। 

कर्मचारियों को भेजे गए पत्र में मैनेजमेंट ने कहा है कि कोविड-19 के चलते बिक्री घटने से भारतीय ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री चुनौतीपूर्ण स्थिति का सामना कर रही है।

कंपनी ने कहा है कि इन चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में मैनेजमेंट कंपनी के ऑपरेशन और प्रोडक्शन से जुड़ी गतिविधियों को सुव्यवस्थित करने की कोशिश कर रहा है। 

इस कम्युनिकेशन में कहा गया है कि देश के अति प्रतिस्पर्धी बाजार में प्रासंगिक बने रहने के वास्ते कंपनी के लिए प्रभावी और किफायती बने रहना जरूरी है। 

इस नोटिस में कहा गया है कि ''इन सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए कंपनी VRS स्कीम लेकर आई है। इसका लक्ष्य यह है कि कंपनी के स्थायी कर्मचारी पूरी गरिमा के साथ कंपनी से अलग हो सकते हैं।''

दूसरी तरफ कंपनी द्वारा दिए गए बिक्री के आंकड़े पर गौर किया जाए तो दिसंबर, 2020 में कंपनी ने 2,63,027 इकाइयों की बिक्री की जानकारी दी है। कंपनी ने 2019 के दिसंबर महीने में 2,55,283 इकाइयों की बिक्री की थी। 

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