हायरिंग एक्टिविटी में सुधार, सितंबर में पिछले साल के मुकाबले 30 फीसद ज्यादा नौकरी
रिपोर्ट के मुताबिक बीते जुलाई में हायरिंग दर नकारात्मक से निकलकर शून्य फीसद के ऊपर आ गया। अगस्त में इसमें 12 फीसद का इजाफा देखा गया। इसके बाद सितंबर में इसमें साल-दर-साल आधार पर 30 फीसद का उछाल आया।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। लॉकडाउन हटने के बाद भारतीय अर्थव्यवस्था धीरे-धीरे रफ़्तार पकड़ रही है। कारोबार और कंपनियों के दोबारा खुलने से लोगों के लिए नौकरी के नए अवसर सृजत हो रहे हैं। इस साल सितंबर में पिछले साल के सितंबर महीने की तुलना में 30 फीसद ज्यादा हायरिंग हुई। प्रोफेशनल सेवा देने वाली प्लेटफॉर्म LinkedIn ने मंगलवार को जारी रिपोर्ट में यह जानकारी दी।
रिपोर्ट में कहा गया कि इसके उलट बीते अप्रैल में हायरिंग एक्टिविट में साल-दर-साल आधार पर 50 फीसद की गिरावट दर्ज की गई थी। हालांकि, अप्रैल में गिरावट के बाद हायरिंग में लगातार सुधार जारी है।
रिपोर्ट के मुताबिक, नौकरी के लिए कंपिटीशन में भी बदलाव आया है, हालांकि, यह जैसा कि आज से कुछ महीने पहले था वैसा अब नहीं रहा है। हालांकि एक साल पहले के मुकाबले अब भी कंपिटीशन 30 फीसद ज्यादा है। इस साल के मध्य में नौकरी के लिए कंपिटीशन करीब दोगुना हो गया था। अगस्त में इसमें गिरावट आई और हर एक नौकरी के लिए औसतन 1.3 गुना आवेदन आए। सितंबर में भी कंपिटीशन का यही स्तर रहा।
रिपोर्ट के मुताबिक, बीते जुलाई में हायरिंग दर नकारात्मक से निकलकर शून्य फीसद के ऊपर आ गया। अगस्त में इसमें 12 फीसद का इजाफा देखा गया। इसके बाद सितंबर में इसमें साल-दर-साल आधार पर 30 फीसद का उछाल आया।
रिपोर्ट में बताया गया है कि कोरोना से ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों, मसलन टूरिज्म, इंटरटेनमेंट, ट्रेवल आदि क्षेत्र में काम करने वाले कर्मचारियों में दूसरे सेक्टर्स में नौकरी खोजने की संभावना प्री-कोविड स्तर के मुकाबले 4.2 गुना बढ़ी है। हालांकि, जून में स्थिति और ज्यादा खराब थी, जब अन्य सेक्टर्स में नौकरी खोजने की संभावना 6.8 गुना थी। अन्य सेक्टर्स में हालांकि ज्यादा बदलाव नहीं हुआ है।