गरीबी हटाने के लिए ऊंची विकास दर का होना बेहद जरूरी: जेटली
सरकार के वित्तीय समावेशन ड्राइव के बारे में बात करते हुए जेटली ने कहा कि इसका एकमात्र उद्देश्य यह है कि जिनके बैंक खाते नहीं हैं उनके खाते खोले जाएं
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को कहा कि गरीबी के उन्मूलन के लिए और यह सुनिश्चित करने के लिए कि विकास का लाभ गरीब तक पहुंचे विकास दर का ऊंचा होना जरूरी है। बचत और खुदरा बैंकों की 25वीं विश्व कांग्रेस को संबोधित करते हुए जेटली ने कहा कि महत्वाकांक्षी समाज गरीबों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार के लिए और विकास के लाभों के लिए अनिश्चित काल तक इंतजार नहीं कर सकता है।
उन्होंने कहा, "हमारी अर्थव्यवस्था की ही तरह दुनियाभर को ऊंची विकासदर की जरूरत है। हम ग्रोथ का इस्तेमाल ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोगों को गरीबी से बाहर निकालने एवं उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए एक तंत्र के रूप में करना चाहते हैं। लेकिन हम इस तथ्य को भी जानते हैं कि विकास और प्रगति के खतरे कुछ लोगों को लाभान्वित करते हैं और कई अन्य लोगों को समावेशन प्रणाली से बाहर रखते हैं।"
वर्ष 2014 से नरेंद्र मोदी सरकार के वित्तीय समावेशन ड्राइव के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि इसका एकमात्र उद्देश्य यह है कि जिनके बैंक खाते नहीं हैं उनके खाते खोले जाएं, जिन लोगों के पास सुरक्षा नहीं है उन्हें सुरक्षित किया जाए, जिन लोगों के पास फंड नहीं है उन्हें फंड दिया जाए और जिन लोगों के पास अब तक सेवाएं नहीं पहुंची हैं उन्हें सेवाएं दी जाएं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जन-धन योजना के अंतर्गत कुछ ही महीनों में विशेषकर सरकारी बैंकों ने 330 मिलियन (33 करोड़) लोगों को बैंकिंग सेक्टर से जोड़ा है। यानी उनके बैंक खाते खोले गए हैं।