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अक्टूबर में GST संग्रह बढ़कर 1.30 लाख करोड़ रुपये हुआ, 1 जुलाई 2017 के बाद दूसरा सबसे बड़ा कलेक्शन

वस्तु और सेवा कर (GST) संग्रह अक्टूबर में बढ़कर 1.30 लाख करोड़ रुपये हो गया। जीएसटी के एक जुलाई 2017 को लागू होने के बाद यह दूसरा सबसे बड़ा संग्रह है। यह लगातार चौथे महीने एक लाख करोड़ रुपये से ऊपर है और त्योहारी सत्र की तेजी को दर्शाता है।

By NiteshEdited By: Published: Mon, 01 Nov 2021 02:48 PM (IST)Updated: Mon, 01 Nov 2021 02:48 PM (IST)
अक्टूबर में GST संग्रह बढ़कर 1.30 लाख करोड़ रुपये हुआ, 1 जुलाई 2017 के बाद दूसरा सबसे बड़ा कलेक्शन
GST collection surges to Rs 1 30 lakh crore in October

नई दिल्ली, पीटीआइ। वस्तु और सेवा कर (GST) संग्रह अक्टूबर में बढ़कर 1.30 लाख करोड़ रुपये हो गया। जीएसटी के एक जुलाई 2017 को लागू होने के बाद, यह दूसरा सबसे बड़ा संग्रह है। यह लगातार चौथे महीने एक लाख करोड़ रुपये से ऊपर है और त्योहारी सत्र की तेजी को दर्शाता है। पिछले महीने जीएसटी संग्रह अक्टूबर 2020 की तुलना में 24 फीसद अधिक था। वित्त मंत्रालय के बयान के अनुसार, अक्टूबर 2021 में सकल जीएसटी राजस्व 1,30,127 करोड़ रुपये रहा, जिसमें CGST 23,861 करोड़ रुपये, SGST 30,421 करोड़ रुपये, IGST 67,361 करोड़ रुपये (माल के आयात पर जमा 32,998 करोड़ रुपये सहित) और उपकर 8,484 करोड़ रुपये (माल के आयात पर एकत्रित 699 करोड़ रुपये सहित) है।

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CGST का मतलब केंद्रीय वस्तु और सेवा कर, SGST (राज्य वस्तु और सेवा कर) और IGST (एकीकृत वस्तु और सेवा कर) है। बयान के मुताबिक, जीएसटी संग्रह के आंकड़े आर्थिक सुधार के रुझानों से मेल खाते हैं और यह दूसरी लहर के बाद से हर महीने जनरेट होने वाले ई-वे बिलों के रुझानों से भी स्पष्ट है। मंत्रालय ने कहा कि यदि अर्धचालकों की आपूर्ति में बाधा से ऑटो तथा अन्य उत्पादों की बिक्री प्रभावित नहीं होती, तो राजस्व संग्रह और भी अधिक होता।

नवंबर के पहले पखवाड़े में आएंगे 5 कंपनियों के IPO

नवंबर के पहले पखवाड़े में पेटीएम की मूल कंपनी वन97 कम्यूनिकेशंस और पालिसीबाजार की मूल कंपनी पीबी फिनटेक सहित पांच कंपनियों के आइपीओ आ रहे हैं। इन प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम (आइपीओ) से 27,000 करोड़ रुपये से अधिक जुटने की उम्मीद है। सबसे बड़ा आइपीओ पेटीएम का होगा। कंपनी की बाजार से 18,800 करोड़ रुपये जुटाने की योजना है। इस दौरान जिन तीन अन्य कंपनियों के आइपीओ आने हैं, उसमें केएफसी और पिज्जा हट का परिचालन करने वाली सफायर फूड्स इंडिया, एसजेएस एंटरप्राइज और सिगाची इंडस्ट्रीज शामिल है।

फिलहाल सौंदर्य और वेलनेस प्रोडक्ट को आनलाइन बेचने वाली नायका परिचालन करने वाली एफएसएन ई-कामर्स वेंचर्स लिमिटेड और फिनो पेमेंट्स बैंक के आइपीओ खुले हैं।नायका का आईपीओ एक नवंबर और फिनो पेमेंट्स बैंक का आइपीओ दो नंवबर को बंद होगा। नायका को आइपीओ से 5,352 करोड़ रुपये और फिनो पेमेंट्स बैंक को 1,200 करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद है। कुल मिलाकर इन सातों कंपनियों के आइपीओ से 33,500 करोड़ रुपये जुटने की उम्मीद है। इससे पहले 29 सितंबर को आदित्य बिड़ला एएमसी का 2,778 करोड़ रुपये का आइपीओ आया था।


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