Direct Tax कलेक्शन बढ़ाने के लिए सरकार नयी रणनीति पर कर रही काम, जानिए कितने संग्रह का है लक्ष्य
रंजन ने कर अनुपालन पर कहा कि सरकार टैक्सेसन सिस्टम को और सरल करने का प्रयास कर रही है। इससे राजस्व संग्रह को बढ़ाया जा सकेगा।
नई दिल्ली, पीटीआइ। सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेज (सीबीडीटी) एक सदस्य ने कहा कि सरकार डायरेक्ट टैक्स के जरिए रेवेन्यू बढ़ाने की रणनीति पर नये सिरे से काम कर रही है। सरकार ने चालू वित्त वर्ष में 13.35 लाख करोड़ रुपये के डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन का लक्ष्य रखा है लेकिन अब तक लक्ष्य के मुताबिक कर संग्रह नहीं हो सका है। इसमें कॉरपोरेट टैक्स के रूप में 7.66 लाख करोड़ रुपये और आयकर के रूप में 5.69 लाख करोड़ रुपये के संग्रह का लक्ष्य है। सीबीडीटी के सदस्य अखिलेश रंजन ने कहा कि प्रत्यक्ष कर संग्रह उम्मीदों के मुताबिक नहीं है। सीबीडीटी इसको लेकर नये सिरे से रणनीति तैयार करेगा।
रंजन डायरेक्ट टैक्स कोड को लेकर गठित टास्क फोर्स के कंवेनर भी हैं। उन्होंने कहा कि देश के करदाताओं को आयकर भुगतान को बोझ की तरह नहीं देखना चाहिए। कॉरपोरेट टैक्स में कमी को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में रंजन ने कहा कि सरकार को इसकी जानकारी है। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हाल में इस बात को दोहराया है कि कॉरपोरेट टैक्स में थोड़ी कमी लाए जाने की जरूरत है। सीबीडीटी के सदस्य ने कहा कि आज या कल कॉरपोरेट कर की दर में कमी होनी ही है।
रंजन ने कर अनुपालन पर कहा कि सरकार टैक्सेसन सिस्टम को और सरल करने का प्रयास कर रही है। इससे राजस्व संग्रह को बढ़ाया जा सकेगा।
सरकार को हाल में सौंपी गई डायरेक्ट टैक्स कोड रिपोर्ट के बारे में पूछे जाने पर रंजन ने कहा, ‘‘अभी इस रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया गया है। ऐसे में मैं अभी इसका ब्योरा नहीं दे सकता। पर व्यापक रूप से कहा जा सकता है कि हमारा ध्यान अनुपालन पर है।’’