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Direct Tax Collection: सरकार ने प्रत्यक्ष कर मद में अब तक जुटाए 6 लाख करोड़ रुपये, लक्ष्य का आधा हुआ हासिल

Direct Tax Collection पीसी मोदी ने कहा कि टैक्स रिफंड की प्रक्रिया भी काफी सुगमता से चल रही है। पिछले वित्त वर्ष की तुलना में इस बार रिफंड में 20 फीसद की बढ़ोत्तरी हुई है।

By Pawan JayaswalEdited By: Published: Fri, 15 Nov 2019 09:10 AM (IST)Updated: Fri, 15 Nov 2019 09:15 AM (IST)
Direct Tax Collection: सरकार ने प्रत्यक्ष कर मद में अब तक जुटाए 6 लाख करोड़ रुपये, लक्ष्य का आधा हुआ हासिल
Direct Tax Collection: सरकार ने प्रत्यक्ष कर मद में अब तक जुटाए 6 लाख करोड़ रुपये, लक्ष्य का आधा हुआ हासिल

नई दिल्ली, पीटीआइ। डायरेक्ट टैक्स में सरकार ने अब तक 6 लाख करोड़ रुपये जुटा लिये हैं। सरकार द्वारा इस साल के टैक्स कलेक्शन का लक्ष्य 13.5 लाख करोड़ रुपये रखा गया है, जिसका 50 फीसद अब तक पूरा किया जा चुका है। एक वरिष्ठ अधिकारी द्वारा यह जानकारी उपलब्ध करायी गई है। सीबीडीटी यानी केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड के अध्यक्ष पी सी मोदी ने कहा है कि बजट में तय किये गए लक्ष्य को पूरा करने के सभी प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने यह बात प्रगति मैदान में करदाता लॉन्ज के उद्घाटन समारोह में कही।

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पी सी मोदी ने कहा कि हमें टैक्स कलेक्शन के लिए 13.5 लाख करोड़ रुपये का लक्ष्य दिया गया था और हम इसमें से करीब आधे तक पहुंच चुके हैं। उन्होंने बताया कि अब तक 6 लाख करोड़ रुपये का टैक्स कलेक्शन किया जा चुका है।

मोदी ने बताया कि पिछले वित्त वर्ष की तुलना में इस बार आयकर रिफंड में भी बढ़ोत्तरी हुई है। मोदी ने कहा, 'करदाताओं के टैक्स रिफंड की प्रक्रिया भी काफी सुगमता से चल रही है। पिछले वित्त वर्ष की तुलना में इस बार रिफंड में 20 फीसद की बढ़ोत्तरी हुई है।' मोदी ने कहा कि टैक्स कलेक्शन को लेकर वे लगातार प्रयासरत हैं और उन्हें पूरा विश्वास है कि बजट में तय किये गए लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकेगा।

साथ ही पी सी मोदी ने कहा कि करदाताओं को बेहतर सर्विस देना उनकी प्राथमिकता है और इसीलिए करदाता सेवाओं पर विशेष ध्यान देने के लिए बोर्ड में एक सदस्य की नियुक्ति की गयी है।

यहां आपको बता दें कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी ग्रोथ रेट 5 फीसद रही है, जो कि 6 सालों का न्यूनतम स्तर है। यह चिंताजनक है। इकोनॉमी में इस सुस्ती के कारण सरकार पर राजस्व लक्ष्य को प्राप्त करने का दबाव भी बढ़ा है।


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