Gold Rate on 8 July: सोने के भाव में आया भारी उछाल, चांदी में गिरावट, जानिए क्या हैं कीमतें
Gold Rate on 8 July घरेलू सर्राफा बाजार में बुधवार को चांदी के हाजिर भाव में गिरावट दर्ज की गई है। बुधवार को चांदी की कीमत में 104 रुपये की गिरावट आई है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। सोने की घरेलू हाजिर कीमत में बुधवार को भारी उछाल दर्ज किया गया है। एचडीएफसी सिक्युरिटीज के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में सोने के भाव में 723 रुपये प्रति 10 ग्राम की तेजी आयी है। इस तेजी से दिल्ली में सोने का भाव 49,898 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया है। सोने में यह उछाल रुपये में गिरावट और वैश्विक बाजारों में तेजी के चलते दर्ज किया गया है। इससे पहले पिछले सत्र में मंगलवार को सोना 49,175 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर बंद हुआ था।
एचडीएफसी सिक्युरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (कमोडिटीज) तपन पटेल के अनुसार, दिल्ली में बुधवार को 24 कैरेट सोने की हाजिर कीमत भी 723 रुपये के उछाल के साथ ट्रेंड कर रही थी। उधर भारतीय रुपया बुधवार को एक डॉलर के मुकाबले 9 पैसे की गिरावट के साथ 75.02 पर बंद हुआ है।
घरेलू सर्राफा बाजार में बुधवार को चांदी के हाजिर भाव में गिरावट दर्ज की गई है। बुधवार को चांदी की कीमत में 104 रुपये की गिरावट आई है। इस गिरावट से चांदी की कीमत 50,416 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई है। गौरतलब है कि पिछले सत्र में मंगलवार को चांदी 50,520 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव पर बंद हुई थी।
वैश्विक बाजार की बात करें, तो बुधवार शाम सोने का वैश्विक वायदा भाव कॉमेक्स पर 0.31 फीसद या 5.60 डॉलर की बढ़त के साथ 1815.50 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेंड कर रहा था। इसके अलावा सोने का वैश्विक हाजिर भाव इस समय 0.44 फीसद या 7.86 डॉलर की बढ़त के साथ 1802.72 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेंड कर रहा था।
वैश्विक स्तर पर चांदी की बात करें, तो इसका वायदा भाव कॉमेक्स पर बुधवार शाम 0.83 फीसद या 0.16 डॉलर की बढ़त के साथ 18.86 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेंड कर रहा था। इसके अलावा चांदी का वैश्विक हाजिर भाव इस समय 1.09 फीसद या 0.20 डॉलर की बढ़त के साथ 18.47 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेंड कर रहा था।
क्या होता है वायदा बाजार?
सोने का व्यापार दो तरह से होता है। एक हाजिर बाजार में और दूसरा वायदा बाजार में। वायदा बाजार को कमोडिटी एक्सचेंज भी कहा जाता है। वायदा बाजार में वस्तु को डिजिटल माध्यम से बेचा और खरीदा जाता है। वायदा बाजार में वस्तु के पुराने और नए भावों के आधार पर भविष्य के भावों में सौदे किये जाते हैं। इस बाजार में एक तय तारीख तक के लिए सौदे होते हैं। वायदा बाजार का सीधा असर हाजिर बाजार पर पड़ता है। हाजिर बाजार और वायदा बाजार में वस्तु के भाव में कोई बड़ा अंतर नहीं होता है।