अप्रैल से अगस्त तक निवेशकों ने गोल्ड ईटीएफ से निकाले 462 करोड़ रुपए
निवेशक अब सोने में निवेश को बेहतर नहीं मान रहे हैं। अगर आंकड़ों पर नजर डालें को मौजूदा वित्त वर्ष के पांच महीनों के भीतर निवेशक ईटीएफ से अपना 462 करोड़ रुपया निकाल चुके हैं
नई दिल्ली: निवेशक अब सोने में निवेश को बेहतर नहीं मान रहे हैं। अगर आंकड़ों पर नजर डालें को मौजूदा वित्त वर्ष के पांच महीनों के भीतर निवेशक ईटीएफ (ETFs) से अपना 462 करोड़ रुपया निकाल चुके हैं। इसमें से करीब 51 करोड़ का निवेश अगस्त महीने में ही निकाला गया है। गोल्ड ईटीएफ में निवेश बीते तीन वित्त वर्ष के दौरान कमजोर होता दिखा है, यानि कि निवेशक उत्साहहीन हो गए हैं। आंकड़े खुद इसके गवाह हैं। साल 2015-16, 2014-15 और 2013-14 के दौरान क्रमश: 903 करोड़, 1,475 करोड़ और 2,293 करोड़ रुपए निकाले जा चुके हैं।
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हालांकि पिछले दो साल के मुकाबले सुस्त इक्विटी बाजार के कारण ईटीएफ (ETFs) से पैसों की निकासी की तेजी में साल 2015-16 के वित्त वर्ष में कुछ कमी देखने को मिली। क्वांटम एसेट मैनेजमेंट कंपनी में कमोडिटी सेक्टर के सीनियर फंड मैनेजर ने चिराग मेहता ने बताया, “वैश्विक पैमाने पर तरलता बनाए रखने के निहित वादे के कारण निवेशक ग्लोबल इक्विटी में पैसा लगा रहे हैं, जिससे इक्विटी की कीमतें बढ़ रही हैं और सोना कम आकर्षक हो गया है।” उन्होंने आगे बताया कि ईटीएफ से निवेशकों के पैसा निकालना लगातार जारी है और निवेशक पीली धातु में निवेश से बाहर आ रहे हैं।
एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड इन इंडिया (एंफी) के पास उपलब्ध मौजूदा डेटा के मुताबिक बीते माह ईटीएफ से 51 करोड़ की निकासी हो चुकी है। जबकि जुलाई महीने में इसकी तुलना में करीब 183 करोड़ रुपए निकाले गए थे। यह जून 2014 के बाद की सबसे बड़ी मासिक निकासी थी। तब निवेशकों ने ईटीएफ से करीब 227 करोड़ रुपए खींच लिए थे।