India GDP growth : भारत की आर्थिक तरक्की से जर्मन ब्रोकरेज हैरान, कहा- हमें बदलना पड़ा अपना अनुमान
जर्मन ब्रोकरेज Deutsche Bank का कहना है कि भारत की रियल जीडीपी ग्रोथ अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में उसके पहले के अनुमान से ज्यादा रह सकती है। Deutsche Bank ने एक नोट में कहा अक्टूबर-दिसंबर 2023 के दौरान भारत की रियल जीडीपी सालाना आधार पर 7 फीसदी की दर से बढ़ सकती है। यह हमारे उस अनुमान से अधिक है जो हमने पहले लगाया था।
पीटीआई, नई दिल्ली। जर्मन ब्रोकरेज Deutsche Bank का कहना है कि भारत की रियल जीडीपी ग्रोथ अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में उसके पहले के अनुमान से ज्यादा रह सकती है। Deutsche Bank ने एक नोट में कहा, 'अक्टूबर-दिसंबर 2023 के दौरान भारत की रियल जीडीपी सालाना आधार पर 7 फीसदी की दर से बढ़ सकती है। यह हमारे उस अनुमान से अधिक है, जो हमने पहले लगाया था।'
तिमाही आधार पर जीडीपी ग्रोथ का आधिकारिक डेटा 29 फरवरी को आएगा। इससे पहले सितंबर 2023 में खत्म हुई तिमाही में भारत की जीडीपी ग्रोथ 7.6 फीसदी रही थी।
जर्मन ब्रोकरेज ने कहा कि उसका नया अनुमान पांच अहम इंडेक्स के प्रदर्शन पर टिका है। इसमें इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन, एक्सपोर्ट, इंपोर्ट, बैंक क्रेडिट और कंज्यूमर गुड्स शामिल हैं। ब्रोकरेज का कहना है कि उसने 65 अन्य इंडिकेटर्स की भी स्टडी की है। ये सभी संकेत दे रहे हैं कि दिसंबर तिमाही में भारत की जीडीपी ग्रोथ 7 फीसदी रहेगी।
भारत की अर्थव्यवस्था की तारीफ करते हुए जर्मन ब्रोकरेज ने कहा, 'पिछले साल रूस और यूक्रेन के बीच जंग से दुनियाभर के देश प्रभावित हुए, लेकिन इंडियन इकोनॉमी का प्रदर्शन काफी शानदार रहा। कोविड से पहले भी भारत की इकोनॉमी फर्राटे भर रही थी। इस वक्त भी भारत का जो ग्रोथ मोमेंटम है, वो अनुमान से कहीं ज्यादा बेहतर है।'
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कॉर्पोरेट जगत के आंकड़े भी बताते हैं कि ग्रॉस जीडीपी की रफ्तार तेज बनी हुई है। इससे अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में इंडस्ट्रियल सेक्टर की रियल ग्रॉस वैल्यू वाली ग्रोथ 7 से 8 फीसदी रहने की उम्मीद है। ब्रोकरेज ने कहा कि वह 29 फरवरी को आधिकारिक डेटा जारी होने के बाद वित्त वर्ष 2024 के लिए 6.8 फीसदी के ग्रोथ अनुमान की भी समीक्षा करेगा।
जर्मन ब्रोकरेज का कहना है कि लंबी अवधि में भारत की जीडीपी ग्रोथ कम से कम 6-6.5 फीसदी रहने वाली है, जो बाकी इमर्जिंग मार्केट के मुकाबले काफी अधिक है। ब्रोकरेज ने कहा कि आर्थिक मोर्चे पर भारत के अच्छे प्रदर्शन की वजह सरकार की अच्छी नीतियों को बताया।
इसमें डिजिटलीकरण, निजीकरण और शहरीकरण जैसी चीजें शामिल हैं। जर्मन ब्रोकरेज ने आर्थिक क्षेत्र में उदारीकरण के साथ इंफ्रास्ट्रक्चर और मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने की योजना की भी तारीफ की।